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पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी : MEA का जवाब-  किसी की निजी राय सरकार का बयान नहीं

पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी वाले मामले में विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर अपना बयान सार्वजनिक किया है. इसके अनुसार सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि किसी की भी निजी राय सरकार की राय नहीं है. वैसे भी मामले में कार्रवाई की जा चुकी है.

spokesperson , MEA
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता

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Published : Jun 9, 2022, 5:43 PM IST

Updated : Jun 9, 2022, 9:47 PM IST

नई दिल्ली : पैंगबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को साफ कर दिया कि कतर और दूसरे देशों को भारत सरकार की राय से अवगत करा दिया गया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमने साफ तौर पर कह दिया कि किसी की भी निजी राय, भारत सरकार की राय नहीं है. इस मामले में किसी संशय की गुंजाइश नहीं है.

प्रवक्ता ने कहा कि हमने उन देशों को यह भी बताया कि संबंधित मामले में कार्रवाई की जा चुकी है. उन्होंने कहा, 'जो भी व्यक्ति कमेंट या फिर ट्वीट्स के लिए जिम्मेदार थे, उन पर कार्रवाई की गई.'

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ईरान के साथ द्विपक्षीय बातचीत के दौरान इस मुद्दे के उठने पर भी स्थिति स्पष्ट की है. उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी समझ है बातचीत के दौरान ये मुद्दे नहीं उठे थे.

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भारत ने पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न पर भी चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कराची में जिस तरीके से मंदिर में तोड़फोड़ की गई है, इसे पर हमने पाकिस्तान सरकार के सामने विरोध दर्ज कराया है. उन्होंने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ वहां जिस तरह का व्यवहार हो रहा है, यह सुनिश्चित उत्पीड़न का उदाहरण है.

प्रवक्ता से भारत की यात्रा पर आए ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के साथ बैठक के दौरान पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी का मुद्दा उठाये जाने की रिपोर्ट के बारे में सवाल पूछा गया जिसको लेकर ईरान के बयान में दावा किया गया है कि ऐसी टिप्पणियां करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया . इस पर बागची ने कहा कि उनकी समझ यह है कि जिस बयान का जिक्र किया जा रहा है, उसे वापस ले लिया गया है.

भारत की यात्रा पर आए ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी . ईरान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा ऐसे समय हुई है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व पदाधिकारियों की पैगंबर मोहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशिया के देशों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है.

कतर, कुवैत सहित अनेक देशों में इन विवादित टिप्पणियों के विरोध को लेकर एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इस बारे में हमारे उच्चायोगों ने आधिकारिक बयान जारी कर दिया है. कुछ देशों में स्टोर से भारतीय चीजें हटाने के खबरों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम इन बातों से सहमत नहीं हैं, कुछ मीडिया रिपोर्ट हैं लेकिन इसको लेकर निश्चित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम लगातार स्थिति पर नजर रखेंगे, वहां भारतीय समुदाय हैं..भारतीय हित सुरक्षित हैं .

गौरतलब है कि भाजपा ने विवादित बयानों के लिए अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया. वहीं, दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी नेतृत्व ने भाजपा से निष्कासित करने का फैसला किया . दोनों नेताओं की विवादित टिप्पणियों को लेकर कई खाड़ी देशों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है.

इस मामले में कतर, कुवैत, ईरान पाकिस्तान ने इस मामले में भारतीय राजदूतों को तलब किया था और इस विवादित बयान की निंदा की. सऊदी अरब, बहरीन और अफगानिस्तान ने भी विवादित बयान की निंदा की थी. सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणियों की निंदा की थी. , बहरीन के विदेश मंत्रालय ने संबंधित नेताओं के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई का स्वागत किया था . इस पर विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखता है और ये टिप्पणियां किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को प्रदर्शित नहीं करती हैं.

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Last Updated : Jun 9, 2022, 9:47 PM IST

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