नई दिल्ली : श्रीलंका में भारतीय पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि हमारा उच्चायोग श्रीलंका में स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है, मुझे नहीं लगता कि श्रीलंका में किसी पर हमला हुआ है. उन्होंने कहा कि हमने इस संबंध में भारतीय नागरिकों को एक दिशा निर्देश भी जारी किया है.MEA briefing on sri lanka japan rushdie.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने लेखकसलमान रुशदीपर हुए हमने की निंदा की है. जाने माने लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले के मामले में पहली बार प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने गुरुवार को इस भयावह हमले की निंदा करते हुए रुश्दी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. ज्ञात हो कि पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्का संस्थान में 12 अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने जा रहे सलमान रुश्दी पर एक शख्स ने मंच पर चढ़ कर, उनके गले पर चाकू से वार किया था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सप्ताहिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा, 'भारत हमेशा से हिंसा और कट्टरपंथ के खिलाफ रहा है. हम सलमान रुश्दी पर हुए भयावह हमले की निंदा करने के साथ ही उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.'
श्रीलंका में पर्यटकों की सुरक्षा - भारत ने श्रीलंका की यात्रा की योजना बना रहे अपने नागरिकों से बृहस्पतिवार को अनुरोध किया कि सतर्कता बरतें और किसी जरूरी यात्रा से पहले पड़ोसी देश में मुद्रा विनिमय एवं ईंधन के हालात जैसे कारकों पर विचार कर लें. श्रीलंका पिछले कुछ महीने से ईंधन और खाद्य सामग्री की भयावह कमी से जूझ रहा है. भारत ने श्रीलंका को आर्थिक संकट से निपटने में मदद के लिए इस साल 3.8 अरब डॉलर से अधिक राशि की सहायता दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हम वहां के घटनाक्रमों पर नजर रख रहे हैं, हमारी समझ है कि भारतीय अब भी श्रीलंका के लिए पर्यटकों का सबसे बड़ा स्रोत हैं.' उन्होंने कहा, 'मौजूदा हालात में भारतीयों की श्रीलंका की यात्रा के संबंध में मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि भारत के बाहर प्रवास के दौरान और इस मामले में श्रीलंका में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा तथा कुशलता हमारे लिए हमेशा प्रमुख विषय है.' बागची ने कहा, 'हमारा प्रयास भारत के बाहर भारतीयों को लेकर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने का है, इसलिए हम भारतीयों को श्रीलंका में पूरी सावधानी एवं सतर्कता बरतने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.'
ताइवान मुद्दे पर भारत का रूख - भारत ने ताइवान से जुड़े घटनाक्रम पर एक बार फिर स्पष्ट किया कि वह संबंधित पक्षों से क्षेत्र में संयम बरतने तथा यथास्थिति को बदलने वाली एकतरफा कार्रवाई करने से दूर रहने का आह्वान करता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में ताइवान के मुद्दे पर पूछे गए सवालों पर कहा कि उन्होंने पहले भी इस बारे में भारत के नजरिये को स्पष्ट किया है और फिर दोहराते हैं कि कई अन्य देशों की तरह भारत भी हालिया घटनाक्रम को लेकर चिंतित है. उन्होंने कहा कि हम क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने वाली एकतरफा कार्रवाई से दूर रहने व संयम बरतने का अनुरोध करते हैं.
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र में तनाव कम हो तथा शांति एवं स्थिरता कायम रहे. बागची ने कहा कि हम संयम बरतने और क्षेत्र में तनाव घटाने और शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने के प्रयास करने की अपील करते हैं. गौरतलब है कि अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की हाल की ताइवान यात्रा से खफा चीन ने अमेरिकी राजदूत को तलब कर मामले पर कड़ा विरोध व्यक्त किया था, उसके बाद अमेरिकी कांग्रेस का एक और प्रतिनिधिमंडल ताइवान के दौरे पर आया था. पेलोसी की यात्रा पर रोष व्यक्त करते हुए चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र के पास कई चीनी लड़ाकू विमान भेजे और ताइवान जलडमरूमध्य में सैन्य अभ्यास किया. चीन ने आगाह किया है कि अमेरिका को उसकी गलतियों की कीमत चुकानी होगी. अमेरिका के इंडियाना प्रांत के गवर्नर एरिक होलकोम्ब ने सोमवार को ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन के साथ मुलाकात की. चीन के साथ तनाव के बीच ताइवान अपनी क्षमता दिखाने के लिए सैन्य अभ्यास कर रहा है.
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