लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बयान जारी किया है. पुराने संसद भवन की विदाई और नए संसद भवन में प्रवेश को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने संसद में रखे जा रहे महिला आरक्षण बिल को लेकर सरकार की तारीफ की है, लेकिन सुझाव भी दिया है कि इस महिला आरक्षण विधेयक में एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग की महिलाओं को खास प्रतिनिधित्व दिया जाए.
बता दें, नई संसद में मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का प्रस्ताव रखा है. लोकसभा के साथ ही राज्यसभा में भी इस अधिनियम पर चर्चा होगी. सभी पार्टियों महिला आरक्षण विधायक को लेकर सहमत हैं. ऐसे में तय माना जा रहा है कि महिला आरक्षण विधेयक दोनों सदनों से ध्वनि मत से पारित हो जाएगा और यह कानून की शक्ल ले लेगा. एक दिन पहले ही मोदी कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दी थी. ज्यादातर राजनीतिक दल महिला आरक्षण विधेयक को लेकर अपनी सहमति जता रहे हैं.