हैदराबाद :बसपा सुप्रीमो मायावती ने दावा किया कि उत्तरप्रदेश में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं करेंगे. मायावती ने बताया कि 23 जुलाई से बहुजन समाज पार्टी ब्राह्मण समुदाय को जोड़ने के लिए अयोध्या से एक कैंपेन लॉन्च करेगी. इस अभियान का नेतृत्व बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र करेंगे. यह जानकारी उन्होंने रविवार को दी.
महंगाई, पेट्रोल और गैस की बढ़ती कीमत को लेकर केंद्र पर निशाना साधा
उनका कहना है कि इस कैंपेन के जरिेए वह ब्राह्मणों को संदेश देना चाहती हैं कि बीएसपी राज में उनके हितों का ख्याल रखा जाता है. दरअसल संसद का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है. सत्र से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी रणनीति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने केंद्र सरकार पर महंगाई, पेट्रोल और गैस की बढ़ती कीमत के साथ कोविड वैक्सिनेशन में कमियों पर निशाना साधा. उन्होंने सभी विपक्षी दलों से इन मुद्दों पर एकजुट होने की अपील की ताकि सरकार को जवाब देह बनाया जा सके.
यूपी के 2007 के चुनाव में बसपा ने 403 में 206 सीटें जीती थीं
माना जा रहा है कि बसपा के ब्राह्मण वोट को जोड़ने वाले बयान के बाद यूपी की राजनीतिक खलबली मचनी तय है. मायावती अभी तक चार बार उत्तर प्रदेश की सीएम रह चुकी हैं. अपने चौथे कार्यकाल के लिए उन्होंने अपने सोशल इंजीनियरिंग की बदौलत पूर्ण बहुमत हासिल किया था. 2007 में उन्हें 403 सीटों वाली विधानसभा में 206 सीटें मिलीं थीं. उनकी सोशल इंजीनियरिंग के इंजीनियर सतीश चंद्र मिश्र ही थे. तब इस वोट कॉम्बिनेशन की बदौलत 'बीएसपी का नारा, हाथी नहीं, गणेश है, ब्रह्मा विष्णु महेश है' काफी पॉपुलर हुआ था.