कोच्चि : केरल उच्च न्यायाल ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार से कहा कि प्राचीन वस्तुओं (Antiques) के स्वयंभू डीलर मॉनसन मवुनकल की गतिविधियों के मामले की जांच में उसके वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से कथित संपर्कों की सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता.
न्यायमूर्ति दीवान रामचंद्रन ने कहा कि सच्चाई को किसी तरह दबाया नहीं जाए और उसके लिए अदालत जांच पर नजर रख रही है. उन्होंने सरकार और पुलिस से इस मामले की उपयुक्त जांच करने की बात कही.
अदालत ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि इस मामले में पुलिस आरोपी का सहयोग कर रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ आरोप होने की वजह से क्या राज्य के बाहर की एजेंसियों को भी जांच में शामिल किया जाए. इससे पूर्व केरल सरकार के द्वारा इस मामले में एक अधिकारी को निलंबित किया जा चुका है.
अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को भी इस मामले में एक पक्षकार बनाने का निर्देश दिया. राज्य और पुलिस की ओर से अदालत में पेश हुए अभियोजन महानिदेशक ने कहा कि उन्हें किसी अधिकारी के निलंबित होने की कोई सूचना नहीं मिली है लेकिन उन्होंने खबरों में देखा है कि पुलिस महानिरीक्षक जी. लक्ष्मण को मवुनकल की कथित सहायता करने को लेकर निलंबित कर दिया गया है.