नई दिल्ली : अगर आपका बेटा या बेटी ऑनलाइन गेम खेलने पर ज्यादा वक्त बिता रहे हैं और उनके व्यवहार में हाल के दिनों में ज्यादा परिवर्तन आए हैं, तो सतर्क हो जाइए. ऐसा न हो कि वह किसी गहरी साजिश का शिकार हो रहे हों. हाल ही में यूपी के गाजियाबाद में सामने आया मामला हर अभिभावक के लिए खतरे की घंटी है (religious conversion through online game). वहीं, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि तीन तरह के गेम पर बैन लगेगा.
क्या है गाजियाबाद का मामला : गाजियाबाद के एक कारोबारी ने पिछले महीने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया कि उसके12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पास करने वाले बेटे को अवैध रूप से इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया है.
एफआईआर के मुताबिक, उनका 17 वर्षीय बेटा दिन में पांच बार जिम जाने की बात कहकर घर से निकलता था. उन्हें शक हुआ तो बेटे का पीछा किया. पता चला कि वो संजयनगर सेक्टर-23 की मस्जिद में पांच बार नमाज पढ़ने के लिए जाता था. पूछताछ में बेटे ने धर्मांतरण की बात कबूली.
कंप्यूटर गैजेट्स बेचने के दौरान हुआ संपर्क : पुलिस जांच में सामने आया है कि गाजियाबाद के इस परिवार से आरोपियाें का संपर्क सालभर पहले कंप्यूटर गैजेट्स बेचने के दौरान हुआ था. इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हो गई. आरोपियों ने ऑनलाइन गेम खेलने की आड़ में लड़के से कुरान की आयतें पढ़वानी शुरू कर दी और फिर उसका ब्रेनवॉश कर दिया.
यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक कनेक्शन : ऑनलाइन गेम के जरिए जुड़ी गहरी साजिश के तार यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक फैले हैं. यह गिरोह यूपी, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र में सक्रिय है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गैंग ने मुंबई के पास मुंब्रा में करीब 400 हिंदुओं का धर्मांतरण कराया है. पुलिस ने इस मामले में तीन दिन पहले मस्जिद के मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है. वहीं महाराष्ट्र से भी एक गिरफ्तारी हुई है. आरोपी का नाम शाहनवाज खान है.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस को उत्तर प्रदेश के मुख्य आरोपी शाहनवाज खान को गाजियाबाद ले जाने के लिए सोमवार को एक स्थानीय अदालत ने ट्रांजिट रिमांड दे दी. अधिकारी ने बताया कि यहां के मुंब्रा कस्बे के रहने वाले खान को रविवार को रायगढ़ जिले के अलीबाग में एक रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार किया गया था.
डीसीपी सेंट्रल-दिल्ली संजय कुमार सैन ने बताया कि 'आरोपी के मोबाइल की शुरुआती जांच में जो कंटेंट सामने आया है उससे पता चला है कि जितने भी उसके ग्रुप बने हुए हैं उसमें इस्लामिक बातचीत है, प्रभावित किए जाने वाली सामग्री है.जांच जारी है.'