मथुरा:बरसाना की विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली कस्बे में श्री लालजी महाराज मंदिर में समाज गायन के बाद हर्ष और उल्लास के साथ खेली गई. नंद गांव के हुरियारों पर बरसाना की गोपियों ने प्रेम भाव से लाठियां बरसाईं. हुरियारों ने गोपियों की लाठियों का बचाव ढाल से किया. इस दौरान श्री लाडली जी महाराज मंदिर में समाज गायन के बाद टेसू के फूलों से तैयार हुए रंग से होली खेली गई. बरसाना की रंगीली गलियों में लट्ठमार होली का भव्य नजारा देखने को मिला. मान्यता है कि इस नजारे को देखने के लिए स्वर्ग लोक से देवी देवता किसी न किसी रूप में धरती पर पधारते हैं.
नंद गांव के हुरियारे बरसाना में पारंपरिक परिवेश धारण कर धोती कुर्ता, बगल बंदी, सर पर टोपी और हाथ में ढाल लिए पीली पोखर पर पहुंचे. सभी नंदगांव के हुरियारे एकजुट होकर राधा रानी मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचे और अपनी ध्वजा दिखाकर लट्ठमार होली खेलने के लिए मंदिर में अनुमति मांगी. मंदिर परिसर में नंदगांव और बरसाना के गोस्वामी परिवार के लोगों ने समाज गायन भी किया.
रंगीली गलियों में हुरियारिनों ने किया स्वागत
नंद गांव के हुरियारे जब राधा रानी मंदिर दर्शन करके लौट रहे थे तब रंगीली गलियों में हुरियारिन ने भव्य स्वागत किया. राधा कृष्ण के प्रेम का प्रतीक लट्ठमार होली हर्षोल्लास के साथ खेली गई. बरसाना की हुरियारिन ने हुरियारे पर प्रेम की लाठियां बरसाईं. इस नजारे को देखने के लिए दूर दराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बरसाना पहुंचे थे.