हैदराबाद : तेलंगाना से आग की बड़ी खबर सामने आई है. हैदराबाद में सोमवार को एक बहुमंजिला गोदाम में आग लगने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई. यह घटना नामपल्ली के बाजारघाट इलाके में स्थित चार मंजिला इमारत में आज सुबह करीब 9.35 बजे हुई. इस हादसे में छह लोग घायल हुए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आग में कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका से बचाव अभियान चलाया गया और 21 लोगों को बचाया गया. इधर, अग्रिनकांड को लेकर कांग्रेस और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता आमने-सामने होते नजर आए. घटनास्थल पर दोनों दलों के नेताओं के बीच बहस छिड़ गई.
कैसे लगी आग : नामपल्ली के बाजारघाट इलाके में स्थित चार मंजिला गोदाम के ग्राउंड फ्लोर गैरेज था. सोमवार की सुबह गैरेज में एक कार मरम्मत के लिए आई थी. ये आग तब लगी जब कार की मरम्मत की जा रही थी. गैरेज में डीजल और केमिकल के ड्रम भी थे, जिससे आग को फैलने में एक सेकेंड का वक्त भी नहीं लगा. कार गैरेज के ग्राउंड फ्लोर में लगी आग डीजल और केमिकल से भड़की और देखते ही देखते पूरी इमारत में फैल गई. घटनास्थल पर दमकल की चार गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया. भीषण आग के बीच एक बच्चे और महिला को साहसपूर्वक बचाया गया. इस हादसे के कारण आसपास के अपार्टमेंट में रहने वाले लोग दहशत में हैं. जीएचएमसी और एनडीआरएफ कर्मियों ने घटनास्थल पर राहत अभियान चलाया. इमारत में मौजूद महिलाओं और बच्चों को सीढ़ियों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया.
आग से मौतों की संख्या : गैरेज के ग्राउंड फ्लोर में लगी आग इमारत के ऊपरी मंजिल तक फैल गई, जिससे कई लोग फंस गए. इस हादसे में दम घुटने से मौके पर ही कम से कम सात लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दो महिलाओं समेत चार माह और 12 साल के दो बच्चे भी शामिल हैं. इलाज के दौरान दो और महिलाओं की मौत होने के बाद मौतों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है. जबकि 2-3 लोग घायल हो गए हैं. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. अधिकारियों ने पुष्टि की कि मृतकों में मोहम्मद आजम, मोहम्मद हसीबुर रहमान, रेहाना सुल्ताना, बीडीएस डॉक्टर ताहुरा फरहीन, उनके बच्चे- चार महीने का तूबा, 12 वर्षीय तारुबा, फ़ैज़ा समीन और ज़ाकिर हुसैन शामिल हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि छुट्टी होने के कारण बीडीएस डॉक्टर ताहुरा फरजीन अपने बच्चों के साथ अपने रिश्तेदारों के यहां आई थीं.
क्या कहती है प्रारंभिक जांच : पुलिस उपायुक्त वेंकटेश्वरलू ने मीडियाकर्मियों को बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ऊपरी मंजिलों पर धुएं के कारण दम घुटने से सात लोगों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि आग एक कार से शुरू हुई, जिसकी मरम्मत ग्राउंड फ्लोर पर गैरेज में चल रही थी. उन्होंने कहा, "कुछ ही सेकंड के भीतर, आग ऊपरी मंजिलों तक फैल गई. दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर रहने वाले कुछ परिवार फंस गए." स्थानीय निवासियों ने कहा कि गैराज में कुछ केमिकल्स के चलते आग तेजी से फैली. इस आग में कई गाड़ियां भी जलकर राख हो गई हैं.
डीजी (फायर सर्विसेज) नागी रेड्डी ने बताया, "इमारत में रसायनों का भंडारण अवैध रूप से किया गया होगा. इमारत के स्टिल्ट एरिया में रसायन जमा किए गए थे और आग इन रसायनों के कारण लगी थी. कुल 21 लोगों को बचाया गया, जिनमें से सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोगों का इलाज चल रहा है. सभी लोगों को अपार्टमेंट बिल्डिंग से बचा लिया गया है."