बीजापुर: नक्सलियों ने शहीदी सप्ताह के आखिरी दिन बस्तर और तेलंगाना बॉर्डर पर सभा का आयोजन किया. सभा में नक्सलियों ने मारे गए साथियों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नक्सली लीडर्स ने नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी की तरफ से जारी 20 पन्नों का संदेश वाचन भी किया. नक्सलियों के मुताबिक सालभर में मुठभेड़ बीमारी और कई दुर्घटनाओं में 124 नक्सलियों की मौत हुई है. जिसमें केंद्रीय कमेटी मेंबर और पोलित ब्यूरो मेंबर हर गोपाल उर्फ रामकृष्ण, मिलिंद उर्फ दीपक तेल तुमड़े, संदीप राव उर्फ विजय, बाबू राव, ललिता आलुरी, उपगंटी निर्मला उर्फ नर्मदा, डक्कू रमेश शामिल है. (naxalite leader statement in martyrdom week)
साल भर में 124 नक्सलियों की मौत:एक साल में 124 नक्सलियों में से 69 नक्सलियों की मौत अलग-अलग जगह मुठभेड़ में हुई. बाकी नक्सलियों की मौत बीमारी और दूसरे कारणों से हुई है. इनमें 34 महिला नक्सली, 21 पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के मेंबर शामिल है. बीमारी से अक्की राजू उर्फ़ राजगोपाल, दीपक तेलतूमड़े नक्सली लीडर का मौत मुठभेड़ में हुई. 1 साल में रीजनल कंपनी 2 के चार सदस्य, बिहार झारखंड के 8, पूर्वी बिहार पूर्वोत्तर झारखण्ड के 13, दंडकारण्य के 69, ओडिशा के 1, एओबी के 3, आंध्रा के 2 नक्सली शामिल है. 34 महिला नक्सलियों की मौत हुई है.