हैदराबाद : गलवान घाटी संघर्ष में शहीद कर्नल संतोष बाबू की पत्नी ने अपना दुख साझा करते हुए कहा कि इस घटना ने उनके परिवार को हिला कर रख दिया. पत्नी ने बताया कि शहीद पति कर्नल संतोष बाबू की शहीद होने के साथ ही उन पर पारिवारिक जिम्मेदारियों का बोझ आ गया. वह वर्तमान में सरकार द्वारा दी गई नौकरी के लिए प्रशिक्षण ले रही हैं. संतोषी ने अपना दुख साझा करते हुए कहा कि पति कर्नल संतोष बाबू उनकी यादाें में बसे हैं.
उन्हाेंने कहा मैं उनकी यादों के साथ अपना वक्त बिता रही हूं. मैंने उनके साथ रह कर जीवन में बहुत कुछ सीखा है. घटना के बाद मैं काफी सदमे में थी. फिर मैंने सोचा कि मुझे अपने बच्चों के भविष्य के लिए खड़ा होना पड़ेगा. उन्हाेंने कहा कि पति का बलिदान इतिहास में अमर रहेगा. देश की सेवा करना बहुत बड़ी बात है. बता दें कि शहीद कर्नल संतोष बाबू के परिवार में उनकी पत्नी संतोषी और दो बच्चे हैं.
इसे भी पढ़ें :गलवान के बलवान : पहली बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि
पिछले साल 15 जून को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 सैनिकों की जान चली गई थी. जिसमें तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू भी शहीद हो गए थे. 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग अधिकारी कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद भारत और चीन ने सैन्य अधिकारियों और राजनयिक स्तरों पर कई बैठकें की. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों की भी बैठकें हुई. दोनों देशों द्वारा पांच मुद्दों पर बनी सहमति के बाद भी, विशेष रूप से पूर्वी लद्दाख में स्थिति गंभीर नजर आती है.