हैदराबाद : मार्गदर्शी चिटफंड (Margadarsi Chit Fund) कंपनी की स्थापना रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव ने 60 साल पहले की थी. चार दक्षिणी राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में इसकी आज 108 ब्रांच हैं. मात्र दो कर्मचारियों से शुरू की गई कंपनी में करीब 43 सौ कर्मचारी हैं. कंपनी में 60 लाख से अधिक निवेशक हैं. 60 साल पूरे होने पर कंपनी की निदेशक श्रीमती शैलजा किरण (MARGADARSI MD SAILAJA KIRAN) ने सभी का धन्यवाद देते हुए 'कंपनी गोल' के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
सुनिए श्रीमती शैलजा किरण ने क्या कहा एमडी शैलजा किरण ने कहा कि बीच में कोविड के कारण कुछ अड़चनें आईं, लेकिन कंपनी इस साल 12 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करेगी. साथ ही उन्होंने चिट फंड उद्योग पर भारी जीएसटी लगाने को लेकर भी आगाह किया. शैलजा किरण ने कहा कि 'चिट फंड उद्योग पर भारी जीएसटी लगाने के कारण सदस्यों के संस्थागत चिट फंड से असंगठित चिट फंड में जाने का जोखिम है.' उन्होंने सुझाव दिया कि केंद्र को एक बार इस पर गौर करना चाहिए.
एमडी शैलजा किरण ने कहा, 'हम अपनी शानदार सफलता का श्रेय उन नैतिक मूल्यों को देते हैं जिन्हें रामोजी राव जी ने कंपनी के स्थापना के दिन शामिल किया. तब से यह हर 'मार्गदर्शी' के लिए परंपरा बन गए हैं. अनुशासन, पेशेवर सत्यनिष्ठा, नैतिक आचार संहिता और विश्वसनीयता का ही नतीजा है कि ग्राहकों को कंपनी से जुड़कर बेइंतहा खुशी मिलती है, वह आज मार्गदर्शी का पर्याय बन गए हैं.'
एमडी शैलजा किरण ने कहा कि 'समाज के सभी वर्गों के लोगों ने मार्गदर्शी चिट्स की सदस्यता से लाभ उठाया है और अपने सपनों और लक्ष्यों को साकार किया है. चाहे वह वेतनभोगी कर्मचारी हों, छोटे और मध्यम उद्यमी हों या बड़े पैमाने के व्यवसाय के मालिक हों, सभी को इसका लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन उनकी बचत का लोकप्रिय विकल्प निस्संदेह 'मार्गदर्शी' है.' श्रीमती शैलजा किरण ने संगठन, नेतृत्व टीम और मार्गदर्शी के प्रत्येक सदस्य में विश्वास के लिए अपने सभी सम्मानित ग्राहकों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हम अपने प्रत्येक ग्राहक के विश्वास की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. हम एक उज्जवल भविष्य और अपने ग्राहकों की सफलता की कहानियों का हिस्सा बनने के अवसर की आशा करते हैं.'
1962 में शुरू हुई थी कंपनी :गौरतलब है किमार्गदर्शी चिटफंड कंपनी की शुरुआत 1962 में हुई थी. अपने स्थापना समय से ही 'मार्गदर्शी' लोगों के जीवन को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए समर्पित है. उन्हें बचत की आदत डालने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ताकि आपात स्थिति में या जीवन की अन्य जरूरतें पूरी करने के लिए ये रकम उनका सहारा बने.
दो कर्मचारियों से हुई थी शुरुआत : हिमायतनगर में एक मामूली कार्यालय में सिर्फ दो कर्मचारियों के साथ शुरू हुआ 'मार्गदर्शी' का सफर आज तेजी से बढ़ रहा है. कंपनी की पॉलिसी और 4300 कर्मचारियों की मेहनत की ही नतीजा है कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में 60 लाख से अधिक इसके ग्राहक बन चुके हैं. निदेशक श्रीमती शैलजा किरण के असाधारण नेतृत्व और मार्गदर्शन में कंपनी नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है.
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