उज्जैन :मध्य प्रदेश के उज्जैन मेंसंभाग स्तरीय जिला चिकित्सालय की बड़ी लापरवाही से हड़कंप मच गया. सूचना मिली कि अस्प्ताल में भर्ती ब्लैक फंगस (Black Fungus) के 55 मरीजों को एक साथ उल्टी, बेचैनी, घबराहट व तेज हार्ट बीट की समस्या शुरू हो गई, जबकि उस वक्त मरीजों को देखने वाला कोई डॉक्टर वहां नहीं था.
सूचना मिलते ही मीडिया अस्पताल पहुंचा तो वहां का नजारा काफी गंभीर था. मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि इंजेक्शन की कंपनी बदलने के कारण ये स्थिति बनी है. अब तक लगे 4 इंजेक्शन से आराम था, लेकिन पांचवे इंजेक्शन की वजह से तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. मीडिया की मौजूदगी के कारण अस्पताल का कोई भी स्टाफ सामने नहीं आया.
पांचवां इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी तबीयत
अस्पताल में 12 दिन से भर्ती मरीज ने आरोप लगाया कि अब तक उसे चार इंजेक्शन लगे थे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ था. जैसे ही आज सबके साथ पांचवां इंजेक्शन लगाया तो दो मिनट बाद ही घबराहट, बेचनी, उल्टी और धड़कन तेज होने लगी. बेहोश होने की नौबत आ गई थी. वहां मौजूद डॉक्टर बिना देखे ही चले गए.
अस्पताल प्रशासन ने साधी चुप्पी
अस्पताल में मौजूद परिजनों ने बताया कि मरीज को घबराता देख जब डॉक्टर से पूछा गया तो, उन्होंने इंजेक्शन बदलने की वजह से ऐसा होने की बात कही. अभी तक चार इंजेक्शन लगने पर किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई थी, लेकिन पांचवां इजेक्शन लगने के बाद सभी की तबीयत खराब हो गई. हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रशासन या डॉक्टर की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. अभी तक यह बात नहीं बताई गई है कि आखिरी क्या इंजेक्शन की वजह से ही सभी मरीजों की तबीयत बिगड़ी है.