भोपाल :मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज में 12 मरीजों की मौत हो गई. मौत का कराण ऑक्सीजन की कमी बताया जा रहा है. घटना के बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है. बता दें कि शहडोल मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है, जहां पूरे संभाग से मरीज आते हैं. अपर कलेक्टर ने जानकारी दी कि घटना में 12 मरीजों की मौत हुई है.
डीन ने कहा- छह की मौत
मेडिकल कॉलेज के डीन मिलिंद शिरालकर ने कहा कि हमारे यहां जो लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगा हुआ है. वो खत्म हो रहा था. इसकी आपूर्ति के लिए डिमांड भी की गई थी. पहले ऑक्सीजन शाम को आना था, लेकिन बाद में बताया गया कि रात में दो बजे आएगा. ऐसे करते-करते काफी टाइम हो गया. देर रात बची-कुची ऑक्सीजन भी खत्म हो गई. इसकी वजह से छह मरीजों ने दम तोड़ दिया. हालांकि, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि ऑटोमेटिक तरीके से सभी बेड पर एक साथ ऑक्सीजन जाता है. करीब 100 से अधिक मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.
टैंक में ऑक्सीजन की प्रेशर में आई कमी
इस पूरे मामले को लेकर डीन मिलिंद शिरालकर का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई लिक्विड प्रेशर टैंक से होती है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ऑटोमेटिक टैंक से डायरेक्ट सप्लाई की जाती है. मेडिकल कॉलेज में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से टैंक में प्रेशर कम हो गया है.
अपर कलेक्टर ने कहा- 12 की मौत
मेडिकल कॉलेज पहुंचे अपर कलेक्टर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि ऑक्सीजन की कमी है. ऑक्सीजन का प्रेशर डाउन जरूर हुआ है, सिलेंडर के माध्यम से लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. इस मामले में कुल 12 मरीजों की मौत हुई है.