नई दिल्ली :संसद के शीतकालीन सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को लोकसभा में कोरोना महामारी के दौरान देश में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का मद्दा उठाया. महाराष्ट्र के चंद्रपुर से कांग्रेस सांसद बालूभाऊ धोनोरकर ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया. उन्होंने सवाल किया कि केंद्र सरकार ने राज्यों में ऑक्सीजन संकट की समस्या के मद्देनजर कोई कदम क्यों नहीं उठाया.
इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए भारत सरकार ने हरसंभव कोशिश की. लेकिन ऐसी स्थिति में भी राजनीतिक दलों ने ऑक्सीजन पर राजनीति की.
महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी से मौत पर सरकार का जवाब उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर मौत के आंकड़ों को कभी छिपाने की कोशिश नहीं की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में भी बार-बार कहा कि कोरोना से मौत के आंकड़ों को छिपाने की कोई जरूरत नहीं है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने सभी राज्यों को पत्र लिखकर ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की जानकारी मांगी थी. 19 राज्यों ने जवाब दिया, केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार 'संदिग्ध' मौतों की सूचना दी.
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