नई दिल्ली :आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री गौड़ा ने हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक और बायोलॉजिल ई के कोविड-19 टीका उत्पादन केंद्रों का दौरा किया. गौड़ा ने बायोलॉजिकल ई के उत्पादन केंद्र का दौरा किया जिसे मिशन कोविड सुरक्षा (भारतीय कोविड-19 टीका विकास मिशन जिसे आत्मनिर्भर पैकेज 3.0 के तहत टीका विकसित करने की कोशिश को गति देने के लिए लॉंच किया गया है)के तहत सहायता स्वदेशी आरबीडी प्रोटीन उप इकाई आधारित कोविड टीका विकसित करने के लिए दी गई है.
इस अवसर पर मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सभी के लिए टीका सुनिश्चित करने को लेकर हमारे सभी टीका विकसित करने वालों और निर्माताओं की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके अलावा दोनों मंत्रियों ने निर्माताओं के साथ टीकों के निर्माण में तेजी लाने पर भी चर्चा की. बाद में दोनों मंत्रियों ने भारत के स्वदेशी कोविड-19 टीकों में से एक कोरोवैक्स के वैक्सीन डेवलपर बायोलॉजिकल ई लिमिटेड का दौरा किया. उन्होंने रूस से आयात किए जाने वाले सिंगल शॉट कोविड-19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट की स्थिति के संबंध में डॉ. रेड्डी की टीम के साथ भी बैठक की. टीम ने मंत्रियों को स्पुतनिक वैक्सीन के घरेलू निर्माण से अवगत कराया.
विज्ञप्ति के मुताबिक बायोलॉजिकल ई को करीब 100 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है और टीका तीसरे चरण के चिकित्सकीय परीक्षण के दौर में है. इस टीके के अगले कुछ महीने में उपलब्ध होने की उम्मीद है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीके की 30 करोड़ खुराक के लिए बायोलॉजिकल ई से करार किया है. इन टीकों का उत्पादन कंपनी अगस्त से दिसंबर 2021 के बीच करेगी. इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बायोलॉजिकल ई को 1500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया है.