नई दिल्ली: दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोग इस बार छठ पूजा मनाने को लेकर क्या चाहते हैं, उनकी राय क्या है? यह जानने के लिए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी छठ रथ यात्रा निकालेंगे. इस रथ यात्रा की रूपरेखा के बारे में ईटीवी से खास बातचीत में सांसद मनोज तिवारी ने क्या कहा सुनिए.
रथ यात्रा से कैसे निकलेगा छठ पूजा मनाने का रास्ता? इस सवाल पर मनोज तिवारी ने कहा कि डीडीएमए के आदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पानी से संक्रमण फैलने की बात से लोग काफी आहत हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी छठ पूजा में हमेशा विघ्न डालने का काम करती है. दिल्ली में स्थिति सामान्य है तभी तो बाजार खुले हैं, ठेके खुले हैं, सिनेमा खुले हैं तो फिर छठ मां की पूजा में परहेज क्यों? रथ यात्रा निकाल दिल्ली में छठ पूजा मनाने वालों से मिलेंगे, उनके सुझाव सुनेंगे, कैसे संक्रमण से बचाव करते हुए छठ मना सकते हैं. इस पर चर्चा कर उपराज्यपाल की अध्यक्षता में गठित डीडीएमए के सामने अपनी बात रखेंगे.
जिस तरह रथ यात्रा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि पानी से संक्रमण न फैले इसलिए सामूहिक पूजा पर रोक लगाई है. इस पर मनोज तिवारी ने कहा कि यह कहने की बात है. पानी के जरिए संक्रमण फैल सकता है तो दिल्ली में तमाम स्वीमिंग पूल खोलने की इजाजत क्यों दी गई. पानी में हाथ-पैर डालने से संक्रमण नहीं फैलता है. छठ प्रकृति का त्योहार है. इसे लोग काफी नियम निष्ठा, साफ-सफाई से मनाते हैं. यहां व्रती पूजा का प्रसाद बनाने के लिए पवित्रता का ख्याल रखते हैं. जिस त्योहार में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाता है, उसे मनाने की इजाजत नहीं और जहां शादी, पार्टी में इसकी धज्जियाँ उड़ाई जा रही है वहां कुछ नहीं.
शनिवार शाम चार बजे छठ रथ यात्रा पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार से शुरू होगी उसके बाद सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही नहीं बल्कि दिल्ली के उन सभी इलाकों में जहां पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वहां स्थानीय सांसद, पार्टी के विधायक और अन्य नेताओं साथ छठ पूजा समिति के पदाधिकारियों से बात करेंगे. उनसे प्राप्त सुझाव वे उपराज्यपाल को सौपेंगे. अरविंद केजरीवाल ने पूजा रोकने का कारण बताकर स्पष्ट कर दिया है कि उनके आदेश पर ही नदी, तालाब किनारे छठ पूजा की रोक लगाई गई है. मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले और वे भी जिनके क्षेत्र में पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वह भी छठ पूजा के आयोजन के पक्ष में हैं, लेकिन केजरीवाल ने जब रोक लगा दी, तो आप विधायक भी चुप्पी साध लिए.