चंडीगढ़: हरियाणा कैबिनेट का मंगलवार को विस्तार (haryana cabinet expansion) किया जाएगा. भाजपा व जेजेपी के बीच इस सहमति बन गई है. विस्तार के बाद कल शाम 4 बजे हरियाणा राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा. बता दें कि, हरियाणा मंत्रिमंडल में इस समय दो पद खाली हैं. इसमें से एक मंत्री भारतीय जनता पार्टी और दूसरा जननायक जनता पार्टी का हो सकता है.
हरियाणा में पिछले कई महीने से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा चल रही है. इसके लिए केंद्रीय मंत्रियों समेत संगठन के दिग्गज नेताओं के साथ चर्चा हुई. इसके साथ ही संघ के आला नेताओं से भी राय मशवरा किया गया है. मंत्रिमंडल फेरबदल में दो नए मंत्री बनाने का पूरा खाका तैयार किया जा चुका है. इसके साथ ही मौजूदा मंत्रियों के मंत्रालय में बदलाव के साथ कुछ मंत्रियों की छुट्टी करने की भी चर्चाएं हैं.
फिलहाल क्षेत्र और जाति फैक्टर को देखते हुए भी मंत्रिमंडल में विस्तार होना है. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक हरियाणा मंत्रिमंडल में इस समय दो पद खाली हैं. इसमें से एक मंत्री भारतीय जनता पार्टी और दूसरा जननायक जनता पार्टी का हो सकता है.
इन मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
एक तरफ मंत्रिमंडल विस्तार में दो नए चहरों को शामिल किया जाना है. वहीं इस बात की भी अटकलें हैं कि कुछ मंत्रियों के परफॉर्मेंस के आधार पर मंत्रिमंडल से छुट्टी हो सकती है. माना जा रहा है कि बीजेपी अपने कोटे के मंत्रियों को परफॉर्मेंस के आधार पर मंत्रिमंडल से हटा सकती है. राजनीतिक सूत्रों की मानें तो हटाये जाने वाले मंत्रियों में महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा का है, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव और खेल मंत्री संदीप सिंह का नाम चर्चा में है.
लेकिन इसके साथ ही ये भी चर्चा है कि अगर महिला बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा (Kamlesh Dhanda) को हटाया गया तो उनकी जगह पार्टी किसी दूसरी महिला विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है. क्योंकि कमलेश ढांडा फिलहाल हरियाणा कैबिनेट में अकेली महिला मंत्री हैं.
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खेल मंत्री संदीप (haryana sports minister sandeep singh) सिंह के मामले को देखा जाए तो उसमें कुछ बातें ऐसी हैं जो शायद उन्हें उनके पद पर बनाए रखने में उनको मदद करे. उसमे सबसे बड़ी बात यह है कि ओलंपिक में हरियाणा ने शानदार प्रदर्शन किया है जो उनके फेवर में जाता है वहीं आने वाले नए साल में हरियाणा में खेलो इंडिया महाकुंभ भी होना है. खेल मंत्री इसकी तैयारी में लगातार जुटे हुए हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि वे अपने पद को बरकरार रखने में कामयाब हो जाएंगे. इसके साथ ही वह अकेला कैबिनेट का सिख चेहरा हैं ऐसे में उन को हटाना सरकार के लिए आसान नहीं होगा.
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता बनना चाहते हैं मंत्री?
राजनीतिक गलियारों में ऐसी भी चर्चा है कि वर्तमान विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता (haryana speaker gyanchand gupta)और हिसार से विधायक कमल गुप्ता में से किसी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. यह दोनों वैश्य समाज से आते हैं. ऐसे में इनमें से एक का मंत्री बनना लगभग तय है. पार्टी सूत्रों की माने तो ज्ञान चंद गुप्ता काफी लंबे समय से मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए प्रयासरत हैं. ऐसे में अगर ज्ञान चंद गुप्ता को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है तो या तो पार्टी जिस मंत्री को हटाएगी उसे विधानसभा स्पीकर के पद पर आसीन करेगी या फिर किसी और को भी इसके लिए आगे बढ़ा सकती है.
जेजेपी से कौन बनेगा मंत्री?
जेजीपी की ओर से मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले चेहरे की बात करें तो सबसे आगे नाम देवेंद्र बबली (Devender Singh Babli) का चल रहा है. दरअसल देवेंद्र बबली वही नेता हैं जो कभी किसान आंदोलन के मामले को लेकर खुद की पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करते रहे थे. ऐसे में उन को शांत करना पार्टी के लिए जरूरी होगा. हो सकता है उनको मंत्रिमंडल में शामिल कर उनकी नाराजगी को भी जेजेपी दूर करने की कोशिश करे.
कैबिनेट विस्तार के मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर गुरमीत सिंह कहते हैं कि 2 सालों से बीजेपी जेजेपी सत्ता में है और कैबिनेट विस्तार की बात लगातार होती रही है. बीते साल इसको लेकर चर्चा थी. लेकिन कोरोना काल के चलते सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर पाई थी. प्रोफेसर गुरमीत के मुताबिक मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर अभी भी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी क्योंकि हो सकता है कि सरकार की एक ही मंत्री को इसमें शामिल करे. उनके मुताबिक भाजपा हमेशा सरप्राइजिंग एलिमेंट के साथ काम करती है. जैसे हम सब ने देखा कि गुजरात में पूरा मंत्रिमंडल बदल दिया तो भाजपा कुछ भी कर सकती है. हो सकता है परफॉर्मेंस के आधार पर कुछ मंत्रियों को हटा दिया जाय.