नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को झूठा करार देते हुए मंगलवार को अपने इस्तीफे में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 8 साल तक लगातार ईमानदारी और सच्चाई से काम किया. इसके बावजूद मोदी सरकार के इशारे पर जांच एजेंसियों द्वारा उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि मैं जनता हूं, या तो तो मेरे भगवान जानते हैं कि ये सभी आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं. यह आरोप वास्तव में कायरों और कमजोरों की साजिश की निशानी है.
सच की राजनीति से डरे लोगों के निशाने पर केजरीवाल: सिसोदिया ने केजरीवाल को लिखे अपने त्याग पत्र में कहा जो लोग उनकी सच की राजनीति से डरे हुए हैं. उनके निशाने पर मैं नहीं, बल्कि आप (अरविंद केजरीवाल) हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली ही नहीं पूरे देश की जनता केजरीवाल को एक ऐसे नेता के रूप में देख रही है, जिसके पास देश के लिए एक विजन है. उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि, दिल्ली के मुखिया (केजरीवाल) आज देश भर में गरीबी, बेरोजगारी, आर्थिक संकट, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से जूझ रहे लाखों-करोड़ों लोगों की उम्मीद का नाम हैं.
बता दें कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने आबकारी नीति मामले में गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली सिसोदिया की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद शीर्ष अदालत ने उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय जाने का सुझाव दिया. हालांकि इसके तुरंत बाद ही मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने दिल्ली मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उनका इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है, अब उनका इस्तीफा दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पास भेजा जाएगा.