बेतियाः तमिलनाडु मामले में सरेंडर करने वाला मनीष कश्यप किसी खिलाड़ी से कम नहीं है. पुलिस की कार्रवाई की जानकारी उसे हर पल मिल रही थी. इसलिए मध्यप्रदेश से आने के बाद मनीष कश्यप ने खुद को प्लान के तहत पुलिस के हवाले कर दिया. सरेंडर करने के बाद उसके समर्थक ने थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया ताकि उसे छोड़ दिया जाए, लेकिन यह प्लान पर पुलिस ने पानी फेर दिया. पुलिस ने पूछताछ के लिए मनीष कश्यप को अपने साथ ले गई. उसे फिलहाल पटना लाया गया है.
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हर पल की दी जा रही थी जानकारीःपुलिस की कार्रवाई की हर पल की जानकारी कोई और नहीं बल्कि बेतिया के ही सफेद पोश नेता दे रहे थे. मनीष कश्यप का सरेंडर का स्क्रिप्ट पहले ही तैयार कर चुका था. बेतिया एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने एक दिन पहले ही जानकारी दी थी कि मनीष कश्यप के घर की कुर्की जब्ती के लिए कोर्ट में अर्जी दी गई है. कुर्की जब्ती का आदेश कोर्ट से निर्गत होते ही इसकी जानकारी मनीष कश्यप को मिल चुकी थी. इसमें बेतिया के एक नेता का बड़ा हाथ है. इसके बाद मनीष कश्यप ने सरेंडर करने की पूरी तैयारी कर चुका था.
कुर्कुी की पहले से थी जानकारीःसूत्रों की मानें तो मनीष कश्यप मध्यप्रदेश में था. मनीष कश्यप को पता था की शनिवार के दिन घर की कुर्की जब्ती होगी. इसलिए मनीष मध्यप्रदेश से प्लानिंग के तहत पूर्वी चंपारण के अरेराज एक सफेदपोश के घर पहुंचा. वहां से जानकारी जुटाई की कुर्की जब्ती कब होने वाली है. लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि सुबह में ही मझौलिया थाना क्षेत्र महना डुमरी में उसके घर की कुर्की जब्ती शुरू हो जाएगी. क्योंकि बेतिया एसपी इसकी पहले ही घोषणा कर चुके थे.
प्लानिंग के तहत किया सरेंडरः मनीष कश्यप के घर की कुर्की जब्ती की जानकारी मिली तो पुरी प्लानिंग के तहत जगदीशपुर थाने से महज 20 किलोमीटर दूर अरेराज से कार में बैठकर जगदीशपुर थाना पहुंच गया. मनीष ने इसकी जानकारी अपने समर्थकों को गुप्त तरीके से दे चुका था. थाना पहुंचने के बाद उसने नाटकीय ढंग से कुर्सी पर बैठ एक फोटो खिंचवाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया. इसमें बताया कि उसने जगदीशपुर थाना में सरेंडर कर दिया है. इसके बाद समर्थक थाने के बाहर प्रदर्शन करने लगा.
करना चाहता था कोर्ट में सरेंडर :जानकारी के अनुसार मनीष कोर्ट में सरेंडर करना चाह रहा था. लेकिन वक्त कुछ और ही कह रहा था. क्योंकि सुबह-सुबह ही पुलिस उसके घर कुर्की के लिए पहुंच गयी थी. इसकी सूचना मनीष को मिल गयी. ऐसे में जिस रास्ते से वह जा रहा था, नजदीकी जगदीशपुर थाना में सरेंडर के लिए पहुंच गया.
तमिलनाडु भी रिमांड पर लेगीः मनीष कश्यप का सरेंडर करने की जानकारी बेतिया एसपी को मिली तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई रोक दी गई. चंपारण रेंज के डीआईजी और एसपी तुरंत जगदीशपुर थाना पहुंचे. डीआईजी और एसपी ने पूछताछ की, उसके बाद मनीष कश्यप से पूछताछ के बाद उसे गुप्त जगह लेकर चले गए. तमिलनाडु पुलिस भी पटना पहुंची है, पूछताछ के बाद मनीष कश्यप को तमिलनाडु पुलिस भी रिमांड पर लेगी, क्योंकि तमिलनाडु में भी मनीष कश्यप पर मामले दर्ज हैं
तमिलनाडु मामले में चर रहा था फरारः इस मामले पर एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने बताया कि मनीष कश्यप लगातार एक राज्य से दूसरे राज्यों में अपना ठिकाना बदल रहा था. पुलिस की कार्रवाई से मनीष डर गया था. अपने घर की कुर्की बचाने के लिए ही उसने जगदीशपुर थाने में सरेंडर किया. यूट्यूबर मनीष कश्यप तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का अफवाह फैलाने के मामले में फरार चल रहा था, जिसने बेतिया के जगदीशपुर थाने में खुद को सरेंडर कर दिया.