इंफाल :मणिपुर में भड़की हिंसा को देखते हुए सरकार ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है. इस संबंध में गुरुवार को राज्यपाल अनसुइया उइके (Governor Anusuiya Uikey ) ने राज्य की गंभीर हालात को देखते हुए यह आदेश जारी किया.राज्यपाल की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि समझाने और चेतावनी के बावजूद स्थिति काबू में नहीं आने पर देखते ही गोली मारने की कार्रवाई की जा सकती है.मुख्यमंत्री ने राज्य के हालात को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की.
बता दें कि हिंसा की वजह से पिछले 24 घंटे में मणिपुर में 9 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं. इन सभी लोगों को सेना ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर रखा है. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया के जरिये राज्य की जनता को संबोधित करते हुए राज्य के सभी लोगों से मौजूदा स्थिति को नियंत्रित करने और राज्य में शांति लाने के लिए सरकार के प्रयासों में सहयोग करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में झड़पें और मकानों को नुकसान पहुंचा है. ये घटनाएं हमारे समाज के दो तबकों के बीच गलतफहमियों का नतीजा हैं. राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सभी कदम उठाए हैं.
मणिपुर के अन्य जिलों से भी गुरुवार को हिंसा की खबरें आईं हैं. पिछले 24 घंटों में मणिपुर के नए इलाकों में हिंसा फैल गई है. वहीं बुधवार की रात कांगपोकपी जिले में झड़पों में कम से कम 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और दो अन्य की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके अलावा सुरचंदपुर, इंफाल, केपीआई इलाकों में हिंसा में कई घर जल गए. सेना और असम राइफल्स के द्वारा बचाए गए लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. इसमें सीसीपुर में 5 हजार, इंफाल 2 हजार और मोरेह में 2 हजार लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है. हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने सेना और असम राइफल्स की तैनाती कर दी है.
माहौल को देखते हुए सेना ने फ्लैग मार्च किया है. इस बारे में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महिंद्रा रावत ने कहा कि सेना और असम राइफल्स ने सीसीपुर के खुगा, टाम्पा, खोजौजनबा क्षेत्रों, इंफाल के मंत्रीपुखरी, लम्फेल, कोइरंगी क्षेत्र औक काकचिंग जिलों के सुगनू में फ्लैग मार्च किया. उन्होंने बताया कि सेना और असम राइफल्स की कुल 55 कॉलम जवान तैनात किए गए हैं. वहीं 14 कॉलम को तैयार रहने के लिए कहा गया है.
ये भी पढ़ें - Manipur Violence: हिंसा प्रभावित मणिपुर में सेना तैनात, 7500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया