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Manipur Violence : मानवता हुई शर्मसार, हिंसा वाले दिन क्या-क्या हुआ ? जानिए पूरी घटना - वायरल हुआ वीडियो मणिपुर के थोबल जिले का

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा के दौरान संवेदनहीनता की सारी हदें पार की जा रहीं हैं. दो महिलाओं के वायरल हुए वीडियो से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि हिंसा की आग ने किस कदर मानवता को शर्मसार किया है. चार मई को न सिर्फ घर जलाए गए, लोगों की हत्याएं की गईं, बल्कि महिलाओं को अपमानित भी किया गया. क्या है पूरा मामला, पढ़ें.

manipur shocking video
मणिपुर में मानवता शर्मसार

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Published : Jul 20, 2023, 5:23 PM IST

Updated : Jul 20, 2023, 10:49 PM IST

नई दिल्ली : मणिपुर 3 मई से हिंसा की आग में जल रहा है. तमाम प्रयासों के बाद भी अभी भी कई इलाके संवेदनशील बने हुए हैं. इस बीच हिंसाग्रस्त राज्य से मानवता को शर्मसार करने वाला एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है. इसमें भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर अपमानित करती दिख रही है. बुधवार को घटना का वीडियो सामने आने के बाद 20 जुलाई को मुख्य आरोपी हुइरेम हेरोदासमैतेई समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

कहां की है घटना : मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को वायरल हुआ वीडियो मणिपुर के थोबल जिले का है. घटना 4 मई की बताई जा रही है. थोबल कुकी बहुल इलाका है. इस संबंध में 18 मई को कांगपोकपी पुलिस स्टेशन में एक जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसे 21 जून को घटना स्थल थोबल में स्थानांतरित कर दिया गया है.

एफआईआर के मुताबिक क्या हुआ था? : कांगपोकपी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के मुताबिक 900 से हजार लोगों की भीड़ ने 4 मई की दोपहर करीब तीन बजे नोंगपोक सेकमाई गांव में हमला बोला. घरों को आग लगा दी. ये मैतेई समुदाय के लोग थे. एफआईआर में कहा गया है कि महिलाओं में से एक के साथ रेप भी किया गया.

दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, दुष्कर्म पीड़िता के पिता और भाई को भीड़ ने मार डाला. शिकायत में कहा गया है कि भीड़ से अपनी बहन को बचाने की कोशिश में 19 साल के भाई की जान चली गई. एफआईआर में हत्या के आरोप भी जोड़े गए हैं.

ग्राम प्रधान द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, दो महिलाओं सहित पांच ग्रामीण अपनी जान बचाकर जंगल की ओर भाग गए थे. इन लोगों को पुलिस ने बचा लिया था और थाने ले जा रही थी. हालांकि, एफआईआर में कहा गया है कि पुलिस स्टेशन से करीब 2 किलोमीटर पहले लगभग 900 से 1,000 लोगों की भीड़, जिनमें से कुछ के पास अत्याधुनिक हथियार थे, ने पुलिस टीम को रोक लिया और पांचों को जबरन अपने कब्जे में ले लिया.

भीड़ ने महिलाओं को कपड़े उतारने पर मजबूर किया और परेड कराई. बाद में 21 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया. उसके भाई ने बचाने की कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी. शिकायत के मुताबिक बड़ी मुश्किल से दोनों महिलाएं वहां से भागने में सफल रहीं.

पीएम बोले- 140 करोड़ लोगों को होना पड़ रहा शर्मिंदा: वहीं, ऐसा वीडियो सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार कर दिया है. संसद के मानसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि 'मैं भारत के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा.' उन्होंने राज्यों से महिलाओं की सुरक्षा के लिए इंतजाम सख्त करने और बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है.

पीएम ने कहा कि 'यह किसी भी समाज के लिए शर्मनाक घटना है...किसने ऐसा किया और कौन जिम्मेदार है यह एक अलग मुद्दा है लेकिन इसने हमारे देश को शर्मसार कर दिया है. मैं सभी मुख्यमंत्रियों से कानून और व्यवस्था को सख्त करने की अपील करता हूं. चाहे वह राजस्थान हो, छत्तीसगढ़ हो या मणिपुर...एक महिला के सम्मान का मुद्दा सभी राजनीति से ऊपर है.'

मणिपुर वीडियो पर पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई बोले- 'दुर्भाग्यपूर्ण': दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने का दो महीने पुराना वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के एक दिन बाद भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. हालांकि, राज्यसभा सांसद ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.पूर्व सीजेआई ने कहा, 'टिप्पणी करने के लिए कुछ भी नहीं है, यह बहुत दुखद है...बेशक, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.'

सीएम बीरेन सिंह बोले, सख्त कार्रवाई की जाएगी :मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि दो महीने पहले राज्य में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना की गहन जांच चल रही है और संभावित मृत्युदंड सहित सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि समाज में ऐसे जघन्य कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है.

वायरल वीडियो पर सियासत तेज

ओवैसी बोले, पीएम को बोलने पर मजबूर होना पड़ा :वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद से सियासत भी तेज है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस घटना पर बोलने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया गया था. एआईएमआईएम सांसद ने प्रधानमंत्री से घटना की सीबीआई जांच का आदेश देने का आग्रह किया है.

आप नेता आतिशी बोलीं- पीएम ने विदेश यात्राएं कीं, लेकिन मणिपुर के लिए समय नहीं था : आप नेता आतिशी ने 4 मई को मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वीडियो को भयावह बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'उनके पास विदेश का दौरा करने का समय था, लेकिन वह अभी तक संघर्ष प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य नहीं गए हैं.

कांग्रेस नेता थरूर बोले, खुशी है कि पीएम ने चुप्पी तोड़ी : कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि उन्हें खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में जारी हिंसा पर अपनी चुप्पी तोड़ी, लेकिन साथ ही उन्होंने पीएम से संसद के अंदर बयान देने की मांग की. कांग्रेस सांसद ने कहा, 'इस तथ्य को लेकर बहुत चिंतित हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने लंबे समय तक चुप थे. हममें से कोई भी इसे समझ नहीं सका. हमें बहुत खुशी है कि उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी, अब हम चाहेंगे कि वह इस मुद्दे पर संसद में चर्चा करें...'

विदेश में भी हो रही किरकिरी :मणिपुर को लेकर विदेश में भी भारत की किरकिरी हो रही है. जर्मनी के वाइस चांसलर रॉबर्ट हैबेक गुरुवार को भारत पहुंचे हैं. मणिपुर को लेकर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'मुझे लगता है कि इस मुद्दे को बातचीत के लिए टेबल नहीं किया गया है, मैं आर्थिक, ऊर्जा व नवीकरणीय ऊर्जा मामलों पर चर्चा कर रहा हूं.'

इससे पहले अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कोलकाता में कहा था कि यह कोई राजनीतिक समस्या नहीं बल्कि मानवीय समस्या है. साथ ही कहा था कि अमेरिका से इस संबंध में मदद मांगी जाती है तो वह तैयार हैं. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि जल्द ही शांति कायम होगी.

3 मई से बंद है इंटरनेट :गौरतलब है किमणिपुर में 3 मई से इंटरनेट निलंबित है, जब राज्य में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जातीय हिंसा भड़क उठी थी. जारी हिंसा में 140 से अधिक लोग मारे गए हैं और 54,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं.

इसलिए भड़की हिंसा : दरअसल, मणिपुर में एक कानून है जिसके तहत मैतेई समुदाय के लोग पहाड़ी इलाकों न तो बस सकते हैं न ही जमीन खरीद सकते हैं, जबकि जनजाति समुदाय के कुकी और नगा लोग घाटी में बस भी सकते हैं और जमीन भी खरीद सकते हैं. इसी को लेकर विवाद है.

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Last Updated : Jul 20, 2023, 10:49 PM IST

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