तेजपुर: मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor of Manipur Anusuiya Uikey ) ने राज्य में शांति, सामान्य स्थिति और सद्भाव की बहाली के लिए मिलकर काम करने के संदेश के साथ चुराचांदपुर में राहत केंद्रों का दौरा किया. 4 मई को भीड़ ने जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराई थी, उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर परिवारों को 10-10 लाख रुपये का चेक सौंपा.
36 असम राइफल्स हेलीपैड पर पहुंचने के बाद, राज्यपाल सेंट पॉल इंस्टीट्यूट राहत शिविर और बाद में यंग लर्नर्स स्कूल, रेंगकाई गईं, जहां क्रमशः लगभग 160/170 आंतरिक रूप से विस्थापित लोग हैं.
युवाओं से अपील- गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रहें :राज्यपाल ने उन कमरों में जाकर राहत केंद्रों का निरीक्षण किया जहां प्रभावित लोग रह रहे हैं. पीड़ितों से बातचीत की और राहत सामग्री (प्रति परिवार स्वच्छता किट, कुछ नकद राशि के साथ बच्चों को खाने की चीजें) वितरित कीं. राज्यपाल ने मणिपुर के युवाओं से अपील की कि वे कानून को अपने हाथ में न लें और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब करने वाली गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रहें.
राहत शिविरों में शरण लिए हुए आईडीपी से बातचीत करते हुए राज्यपाल उइके ने कहा कि वह प्रभावित लोगों को सांत्वना देने, सहानुभूति देने और उन्हें अपना समर्थन देने के लिए शिविरों का दौरा कर रही हैं.
राज्यपाल ने तुइबोंग स्थित मुख्यालय 27 सेक्टर, एआर में पूर्व सैनिकों के परिवारों और सीएसओ नेताओं से भी बातचीत की और उनकी शिकायतें सुनीं. कुकी इंपी, आईटीएलएफ, कुकी महिला संगठन मानवाधिकार ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. राज्य सैनिक बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में राज्यपाल ने 200 रुपये नकद दान दिये. सात पूर्व सैनिक परिवारों को 15,000 रुपये और साथ में कुछ राहत सामग्री भी सौंपी.