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Manipur Unrest : महिलाओं की नेतृत्व वाली भीड़ ने सेना को रोका, केवाईकेएल के 12 उग्रवादियों को करना पड़ा रिहा

मणिपुर में एक बार फिर सेना और आम नागरिकों के आमने-सामने होने की सूचनाएं आ रही हैं. ताजा मामले में भीड़ के दबाव में आकर सेना को हाथ आये 12 उग्रवादियों को रिहा करना पड़ा. पढ़े पूरी खबर...

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Published : Jun 25, 2023, 8:47 AM IST

Updated : Jun 25, 2023, 12:45 PM IST

इंफाल : मणिपुर के हालात सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना को हाथ आये 12 उग्रवादियों को स्थानीय महिलाओं के दबाव में छोड़ना पड़ा. शनिवार को सुरक्षा बलों ने एक तलाशी अभियान चलाया. जिसमें 12 कांगलेई यावोल कन्ना लुप (केवाईकेएल) कैडरों को पकड़ा गया. लेकिन 1200 से अधिक महिलाओं के एक झुंड ने सेना को घेर लिया. यह झुंड सेना पर पकड़े गये उग्रवादियों को छोड़ने की मांग कर रहा था. भीड़ के दबाव में आगे किसी तरह की आक्रामक कार्रवाई ना करते हुए सेना ने 12 युवकों को छोड़ दिया.

रक्षा पीआरओ की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इलाके को सेना ने घेर कर रखा है. हालांकि फिलहाल किसी तरह का ऑपरेशन जारी नहीं है. विज्ञप्ति में बताया गया कि 24 जून की सुबह इम्फाल पूर्वी जिले के इथम गांव (एंड्रो से 06 किमी पूर्व) में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर तलाशी अभियान चलाया गया. सेना ने हथियार, गोला-बारूद और युद्ध में इस्तेमाल होने वाले कई औजार जब्त किये. सेना ने बताया कि स्थानीय लोगों को असुविधा से बचाने के लिए विशिष्ट तलाशी शुरू होने से पहले इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी.

सेना ने शेयर किया घटना स्थल का लोकेशन

ऑपरेशन के परिणामस्वरूप 12 केवाईकेएल कैडर पकड़े गए. लेकिन तभी महिलाओं और स्थानीय नेता के नेतृत्व में लगभग 1200 से 1500 की भीड़ ने तुरंत ही लक्ष्य क्षेत्र को घेर लिया. वह भीड़ आक्रामक थी. सुरक्षा बलों ने उनसे बार-बार कानून के अनुसार ऑपरेशन जारी रखने देने की अपील की. लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला. सेना की विज्ञप्ति में कहा गया कि एक बड़ी क्रोधित भीड़ के खिलाफ सेना ने किसी तरह की आक्रमक कार्रवाई नहीं करने का फैसला लिया. सेना ने स्थानीय लोगों की मांग के अनुसार 12 युवकों को छोड़ दिया. हालांकि तलाशी के दौरान जब्त किये गये हथियार, गोल-बारुद और अन्य युद्धक सामान अपने साथ क्षेत्र से निकालने में कामयाब रही.

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प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पकड़े गये उग्रवादियों ने केवाईकेएल का स्वयंभू लेफ्टिनेंट कर्नल मोइरांगथेम तम्बा उर्फ उत्तम भी शामिल था. वह 2015 में 6वीं डोगरा बटालियन पर घात लगाकर किए गए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, ऑपरेशनल कमांडर की ओर से एक परिपक्व निर्णय भारतीय सेना के मानवीय चेहरे को प्रदर्शित करता है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय सेना मणिपुर में चल रही अशांति के दौरान किसी भी आकस्मिक क्षति से बचने के लिए सभी प्रयास कर रहा है. भारतीय सेना ने मणिपुर के लोगों से शांति और स्थिरता लाने के लिए सुरक्षा बलों की सहायता करने की अपील की.

(एएनआई)

Last Updated : Jun 25, 2023, 12:45 PM IST

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