तेजपुर: मणिपुर में मैतेई जनजाति की 11 वर्षीय भारतीय पर्यावरण कार्यकर्ता लिसिप्रिया कंगुजम ने राज्य के गंभीर मुद्दों पर अपनी चिंता व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मन की बात' के बजाय 'मणिपुर की बात' के लिए एक मंच की मांग की है. लिसिप्रिया ने प्रधानमंत्री को हाल ही में एक ट्वीट कर लिखा कि 'प्रिय प्रधानमंत्री @नरेंद्रमोदी जी, हम आपकी #मनकीबात नहीं सुनना चाहते. हम #मणिपुरकीबात सुनना चाहते हैं. हम सचमुच मर रहे हैं.'
मणिपुर में चल रहे संघर्ष के बीच, लिसिप्रिया ने राज्य को बाधित करने की कोशिश करने वाली बाहरी ताकतों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों को एकजुट करने के लिए पीएम मोदी की सराहना की. क्षेत्र में शांति और स्थिरता की मांग को लेकर इंफाल में आयोजित विरोध प्रदर्शन में 3 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया. वह लिखती है कि 'मणिपुर को तोड़ने के लिए बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप के खिलाफ आज इंफाल में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ.'