नगांव : फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री में मां काली के पोस्टर का विवाद (Kaali Poster Controversy) सामने आने के बाद असम के नगांव में भी एक मामला सामने आया है. नुक्कड़ नाटक में भगवान शिव की भूमिका निभाने वाले व्यक्ति के खिलाफ शनिवार को प्राथमिकी दर्ज की गई. उस पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है.
मामले में असम के सीएम का कहना है कि जब तक कुछ आक्रामक नहीं कहा जाता है, तब तक सिर्फ इस तरह के कपड़े पहनना कोई अपराध नहीं है. इस संबंध में उन्होंने नगांव पुलिस को पत्र भी जारी किया है. असम के सीएम हिमंत बिस्वा ने ट्वीट किया, 'मैं आपसे सहमत हूं कि मौजूदा मुद्दों पर नुक्कड़ नाटक ईशनिंदा नहीं है. जब तक आपत्तिजनक सामग्री नहीं कही जाती है, तब तक कपड़े पहनना कोई अपराध नहीं है. नगांव पुलिस को उचित आदेश जारी किया गया है.'
इससे पहले रविवार को सदर पीएस इंचार्ज मनोज राजवंशी ने कहा, 'भगवान शिव के वेश में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे अदालत में पेश किया जाएगा. 2 अन्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है.'
रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को लेकर बिरिंची बोरा और उनकी सहयोगी ने भगवान शिव और देवी पार्वती जैसी वेशभूषा बनाई और बुलेट पर घूमने लगे. मीडिया रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि इनका उसी वेश में धूम्रपान करते वीडियो भी वायरल हुआ, जिसके बाद ये मामला चर्चा में आया. बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े लोगों ने बिरिंची के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं के तहत केस दर्ज करवा दिया.