मुंबई : महाराष्ट्र के मुंबई में पांच महीने की तीरा कामत स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक एक बीमारी से जूझ रही है, जिसके इलाज के लिए 16 करोड़ रुपये की जरूरत है. मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले तीरा के माता-पिता ने क्राउड फंडिंग कर अब यह पैसे इकट्ठा किया है, जिसके बाद इस महीने तीरा का इलाज किया जाएगा.
पांच महीने की इस नन्हीं परी का नाम तीरा कामत है और मुंबई की ये मासूम लगातार मौत से लड़ रही है. तीरा की मां प्रियंका बताती हैं कि उसको सांस लेने में तकलीफ होती है, दूध पीते वक्त उसका दम घुटने लगता है. तीरा को SMA यानी स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी टाइप वन नाम की रेयर जेनेटिक बीमारी है. SMA एक न्यूरो मस्क्यूलर डिसऑर्डर है, जिससे धीरे-धीरे शरीर कमजोर पड़ने लगता है. ब्रेन की नर्व सेल्स और स्पाइनल कॉर्ड डैमेज होने लगते हैं. इसके अलावा बॉडी के कई हिस्सों में मूवमेंट नहीं हो पाता.
तीरा के पिता मिहिर कामत ने कहा तीरा के जन्म के समय मुझे लगा था कि हमने उसके भविष्य के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं, लेकिन जिस तरह से तीरा को इस बीमारी से जूझना पड़ रहा है. हम इसके इलाज के लिए रकम जुटाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके लिए हमें 16 करोड़ रुपये की जरूरत है. तीरा के परिवारवालों ने सोशल मीडिया के इस्तेमाल के साथ ही क्राउडफंडिंग से जुड़े वेबसाइट इम्पैक्ट गुरु की भी मदद ली, जहां पर उन्होंने अपने बेटी के बीमारी के बारे में बताकर लोगों से मदद की अपील की. राहत की बात यह रही कि तीन महीने के कार्यकाल में इस वेबसाइट पर देश-विदेश से लाखों लोगों ने पैसों की सहायता कर तीरा के इलाज के लिए मदद किए.