हैदराबाद: यूपी की सत्ता में आने को अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पश्चिम बंगाल की तर्ज पर जिलेवार प्लानिंग कर अपने कार्यकर्ताओं को कई समूहों में बांट रहे हैं. साथ ही जमीनी स्तर पर हर घर को कवर करने के लिए ममता की उस प्लानिंग को भी अखिलेश ने लिया है, जिसके तहत दावों की गणित को अधिक अहमियत देने पर बल दिया गया है. वहीं, सूत्रों की मानें तो तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और अखिलेश यादव लगातार फोन के जरिए संपर्क में हैं. साथ ही खबर यह भी है कि छठ पूजा के बाद दीदी लखनऊ आ सकती है, जहां दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की आधिकारिक घोषणा हो सकती है.
'अब यूपी में खेला होई'
वहीं, पश्चिम बंगाल में ममता की सियासी हैट्रिक में विजयी स्लोगन बने 'खेला होबे' को अब समाजवादी पार्टी ने कॉपी करते हुए 'अब यूपी में खेला होई' का नारा दिया है. यानी कह सकते हैं कि अखिलेश यादव ने ममता के बंगाल मॉडल को अपनाते हुए चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है. सियासी जानकारों की मानें तो समाजवादी पार्टी के कर्णधार अखिलेश यादव को ममता का साथ मिलने से वे आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे हैं और सूबे में कांग्रेस की काट और भाजपा की चुनौती बढ़ाने को अखिलेश जल्द ही तृणमूल कांग्रेस संग गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं.
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