कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस सरकार बनाने की तैयारी में है. इसी कड़ी में आज ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को औपचारिक रूप से इस्तीफा सौंपा. उन्होंने सरकार बनाने का दावा भी पेश किया. इसके बाद प्रदेश में ममता बनर्जी के लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का रास्ता साफ हो गया.
ममता की शपथ के संबंध में वरिष्ठ टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी ने बताया है कि ममता बनर्जी पांच मई को शपथ लेंगी. पार्थ चटर्जी ने बताया कि विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष विमान बंदोपाध्याय होंगे. उन्होंने बताया कि विमान छह मई को नव-निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे.
समारोह में सीमित मेहमान
इसके अलावा राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर लिखा कि ममता बनर्जी को तृणमूल कांग्रेस की तरफ से 17वीं पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए नेता चुना गया है. उन्होंने कहा कि ममता को पांच मई को पूर्वाह्न 10.45 बजे शपथ दिलाई गई. उन्होंने लिखा कि कोरोना महामारी के कारण समारोह में सीमित संख्या में मेहमानों की मौजूदगी रहेगी.
चुनाव में तृणमूल और भाजपा की सीटें
66 वर्षीय ममता बनर्जी की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस ने आठ चरणों में कराए गए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की. तृणमूल को 213 सीटें मिलीं. भाजपा का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा, जहां पिछले चुनाव की तुलना में पार्टी ने जबरदस्त छलांग लगाई और 77 सीटों पर जीत हासिल की. 2016 के चुनाव में भाजपा को महज तीन सीटें मिली थीं. हालांकि, इस बार नंदीग्राम विधानसभा से ताल ठोक रहीं ममता बनर्जी खुद 1700 से अधिक मतों से चुनाव हार गईं. उन्हें उनके ही पूर्व सहयोगी और अब भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कड़े मुकाबले के बाद पटखनी दी.
ममता की पृष्ठभूमि
ममता बनर्जी ने 1970 के दशक में कांग्रेस के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. वह राज्य महिला कांग्रेस की सचिव बनी थीं.