कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से नामांकन दाखिल कर दिया है. बता दें कि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नामांकन से पूर्व नंदीग्राम स्थित शिव मंदिर में पूजा करने के बाद हल्दिया में नामांकन दाखिल किया.
ममता ने दाखिल किया नामांकन. 291 सीटों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी की.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगामी विधानसभा चुनावों के सिलसिले में 291 सीटों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी की. टिकटों के बंटवारे में युवाओं, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर जोर दिया गया है.
ममता बनर्जी ने अपनी उम्मीदवारी पुष्टि कीममता बनर्जी ने साथ ही नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि की.तृणमूल कांग्रेस के सहयोगी दल गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बिमल गुरुंग गुट के उम्मीदवार दार्जिलिंग की शेष तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से दाखिल किया नामांकन नंदीग्राम सीट से अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए बनर्जी ने कोलकाता में अपनी पारंपरिक भवानीपुर सीट के लिए शोभनदेव चट्टोपाध्याय पर भरोसा जताया है.राज्य चुनावों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए बनर्जी ने कहा, मैं नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगी, जबकि शोभनदेव चट्टोपाध्याय भवानीपुर सीट से चुनाव लडेंगे.उन्होंने पत्रकारों से कहा, हम नौ मार्च को अपना घोषणा पत्र जारी करेंगे.
दस मार्च को मैं नंदीग्राम सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करूंगी.बनर्जी ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ेंगी.जब उनसे भाजपा में शामिल हुए शुभेन्दु अधिकारी के नंदीग्राम में उनके खिलाफ उतरने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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बनर्जी पहली बार नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी. इस सीट का प्रतिनिधित्व 2016 में शुभेन्दु अधिकारी ने किया था जबकि 2011 में तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य उम्मीदवार ने किया था.मुख्यमंत्री ने कहा, इस बार हमने अधिक युवाओं और महिला उम्मीदवारों पर जोर दिया है.
इसके अलावा 23 से 24 मौजूदा विधायकों को इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतारा गया है और सूची में लगभग 50 महिलाओं, 42 मुस्लिमों, 79 अनुसूचित जाति (एससी) और 17 अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवारों के नाम हैं.तीसरी बार सत्ता में लौटने का दावालगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने का दावा करते हुए बनर्जी ने इसे सबसे आसान चुनाव करार दिया.