पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना धरना खत्म कर दिया है. टीएमसी प्रमुख ममता ने चुनाव आयोग द्वारा उनके चुनाव प्रचार करने पर 24 घंटे की रोक लगाने के विरोध में आज कोलकाता में गांधी मूर्ति पर धरना प्रदर्शन किया. उनका यह धरना 4 घंटे तक चला. वहीं, आज रात आठ बजे चुनाव प्रचार पर रोक खत्म होने के बाद ममता बनर्जी बुधवार को कूचबिहार जाएंगी, जहां वह चौथे चरण के मतदान के दौरान सीतलकुची में हुई फायरिंग में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों से मुलाकात करेंगी.
चुनाव आयोग के खिलाफ ममता बनर्जी का धरना खत्म, आज जाएंगी कूचबिहार - आयोग के असंवैधानिक फैसले के खिलाफ ममता
15:09 April 13
ममता का धरना खत्म
13:29 April 13
धरने के दौरान पेंटिग्स बना रहीं सीएम ममता
सीएम ममता बनर्जी धरने के दौरान पेंटिंग्स बना रही हैं. दिखाती हैं और पेंटिंग बनाती हैं क्योंकि वह 12 अप्रैल की रात 8 बजे से 13 अप्रैल की रात 8 बजे तक चुनाव प्रचार से ईसीआई द्वारा लगाए गए 24 घंटे के प्रतिबंध के विरोध में कोलकाता में गांधी मूर्ति पर धरने पर बैठी हैं.
12:05 April 13
मुख्तार अब्बास नकवी ने साधा निशाना
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के प्रचार पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगने के बाद धरने पर बैठे जाने पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नक़वी ने बयान देते हुए कहा कि ममता दीदी का धरना टैक्टिस, डिफीट के बाद की प्रैक्टिस है. वे अपनी सरकार का हिसाब नहीं दे पाईं. उन्होंने एक ही धर्म को नहीं फॉलो किया, वो है राजधर्म.
11:40 April 13
आयोग के असंवैधानिक फैसले के खिलाफ ममता
कोलकाता: निर्वाचन आयोग के फैसले के विरोध में सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता के गांधी मैदान में मंगलवार को धरना दिया था. इसके बाद वह आज कूच बिहार का दौरा करेंगी.
बता दें, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव(West Bengal Assembly Elections) के पांचवें चरण में 6 जिलों की 45 सीटों पर 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में उत्तरी 24 परगना की 16 सीट, दार्जिलिंग की सभी 5 सीटों पर, नादिया की 8 सीटों पर, पूर्वी बर्धमान की 8 सीटों पर, जलपाईगुड़ी की सभी 7 सीटों पर और कैलिमपोंग की 1 सीट पर वोटिंग होगी. इससे पहले ममता ने आलोचना करते हुए कहा था कि वह आयोग के असंवैधानिक फैसले के खिलाफ मंगलवार को शहर में धरना देंगी.
बनर्जी ने ट्वीट किया कि निर्वाचन आयोग के अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक फैसले के विरोध में मैं कल (मंगलवार) दिन में 12 बजे से गांधी मूर्ति, कोलकाता पर धरने पर बैठूंगी. केंद्रीय बलों के खिलाफ बनर्जी की टिप्पणी और कथित तौर पर धार्मिक लहजे वाले बयान के बाद निर्वाचन आयोग ने आदेश जारी किया था.
निर्वाचन आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि आयोग पूरे राज्य में कानून व्यवस्था की गंभीर समस्याएं पैदा कर सकने वाले ऐसे बयानों की निंदा करता है और ममता बनर्जी को सख्त चेतावनी देते हुए सलाह देता है कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के दौरान सार्वजनिक अभिव्यक्तियों के दौरान ऐसे बयानों का उपयोग करने से बचें. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव 27 मार्च से शुरू हुआ और आठ चरणों में हो रहे चुनाव के बाकी चार चरणों का मतदान 17 अप्रैल से 29 अप्रैल के बीच होगा.
चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र की हर संस्था से समझौता किया गया है. उन्होंने कहा कि हमें चुनाव आयोग की निष्पक्षता के बारे में हमेशा संदेह था. लेकिन, आज इसने जो भी दिखावा किया है, वह स्पष्ट है. अब यह स्पष्ट है कि चुनाव आयोग मोदी/शाह के इशारे पर और उनके सीधे आदेश के तहत काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र की हर संस्था से समझौता किया गया है. हम क्या उम्मीद कर सकते हैं?
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तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि यह भारत के लोकतंत्र के लिए काला दिन है. उन्होंने कहा, आयोग बिल्कुल कमजोर पड़ चुका है. 12 अप्रैल हमारे लोकतंत्र में काला दिन है. हमें हमेशा मालूम था कि हम बंगाल जीत रहे हैं. उन्हीं के सुर में सुर मिलाते हुए एक अन्य पार्टी नेता कुणाल घोष ने आयोग के फैसले पर कहा, आयोग भाजपा की शाखा की भांति बर्ताव कर रहा है. यह पाबंदी ज्यादती है एवं इससे अधिनायकवाद की बू आती है. आयोग का एकमात्र लक्ष्य बनर्जी को चुनाव प्रचार से रोकना है क्योंकि भाजपा पहले ही हार भांप चुकी है. यह शर्मनाक है.