कालचिनी (पश्चिम बंगाल) : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कालचिनी में केंद्र और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. ममता ने कहा कि 'मेरे एक पैर में चोट है, लेकिन हम आपके दो पैरों का भरोसा करते हैं. आपके दो पैरों के सहारे मेरे तीन पैर हो जाते हैं.'
ममता ने सभा में मौजूद लोगों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि पैर में चोट है तो क्या हुआ हाथ से 'खेला होवे'. उन्होंने नारा दिया कि बीजेपी हरवे, मोदी हरवे, अमित शाह हरवे. ममता ने गैस के दाम का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी को फुटा दीजिए.
उन्होंने कहा कि उनसे कहिए कि दीदी अगर बिना पैसे के चावल देती है तो बिना पैसे के गैस सिलेंडर दीजिए.
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कूच बिहार में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ममता बनर्जी का गुस्सा बताता है कि वह चुनाव हार गईं हैं. 'दीदी', जिस दिन आपने नंदीग्राम के पोलिंग बूथ पर 'खेला' किया था, उसी दिन देश को पता चल गया था कि आप चुनाव हार गई हैं.'
उन्होंने कहा था कि 'हम चुनाव के परिणाम का अनुमान कैसे लगाते हैं? आपके गुस्से, व्यवहार, शब्दों को सुनकर, यहां तक कि बच्चा भी कहेगा कि आप चुनाव हार गई हैं.'
मोदी ने कहा था कि 'बीजेपी के सत्ता में आने पर कोई सामाजिक योजना बंद नहीं की जाएगी, दीदी झूठे दावे कर रही हैं.'
'हरकतों से डरा-धमका नहीं सकते'
पीएम के बयान पर जवाबी हमला करते हुए ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर जबरन कब्जा कर रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों समेत पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं.
बनर्जी ने कहा कि वह 'डराने-धमकाने के इस प्रकार के हथकंडों' से नहीं घबराएंगी. बनर्जी ने अलीपुरद्वार जिले में यहां एक जनसभा के दौरान आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरामबाग से तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी सुजाता मंडल का पीछा किया और एक मतदान केंद्र के पास उनके सिर पर चोट पहुंचाई.
उन्होंने कहा, 'हमारी अनुसूचित जाति उम्मीदवार सुजाता जब मतदान केंद्र पहुंचीं, तो उन्होंने (भाजपा कार्यकर्ताओं ने) उन्हें गंभीर चोट पहुंचाई. उन्होंने खानाकुल में भी एक अन्य उम्मीदवार पर हमला किया. कैनिंग ईस्ट में सुरक्षा बलों ने हमारे उम्मीदवार शौकत मुल्ला को एक मतदान केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया. राज्य भर में हमारे उम्मीदवारों, पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले की इस प्रकार की कई घटनाएं हुई हैं.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सुबह से हमले और हिंसा की कम से कम 100 शिकायतें मिली हैं और निर्वाचन आयोग को इस बारे में जानकारी दी गई है, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ.
बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा की रैलियों में 'कम संख्या में लोगों के आने' के बाद दिल्ली में उनके नेतृत्व ने यह गहरा षड्यंत्र रचा. उन्होंने कहा, 'सुरक्षा बलों से मतदान केंद्र पर कब्जा करने के प्रयासों को नहीं रोकने को कहा गया है.'
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उन्होंने कहा, 'चुनाव शुरू होने के बाद से हमारे चार कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. आप (भाजपा) हमें इस प्रकार की हरकतों से डरा-धमका नहीं सकते.'