नई दिल्ली: कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे 4 जनवरी को पार्टी की 2024 लोकसभा चुनाव घोषणापत्र समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कांग्रेस पार्टी के सामाजिक कल्याण और आर्थिक एजेंडे पर प्रमुख रूप से ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है. कांग्रेस घोषणापत्र समिति के संयोजक टीएस सिंह देव ने ईटीवी भारत को बताया कि पैनल की पहली बैठक 4 जनवरी को होगी.
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी का व्यापक ध्यान सामाजिक कल्याण, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और सुरक्षा पर होगा. सामाजिक कल्याण वास्तव में एक व्यापक दायरा है और इसमें नौकरियां, सामाजिक सद्भाव, मूल्य वृद्धि और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे शामिल हैं. पार्टी दस्तावेज़ अन्य मुद्दों के अलावा आंतरिक सुरक्षा, चीनी सीमा घुसपैठ पर भी ध्यान केंद्रित करेगा.
कांग्रेस के दिग्गज नेता के अनुसार, पार्टी के घोषणापत्र में दो मुद्दों, जाति जनगणना और लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का विशेष उल्लेख होगा, जो क्रमशः पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी के दिलों के करीब हैं. सिंह देव ने कहा कि 'जाति जनगणना हमारे लिए कोई राजनीतिक उपकरण नहीं है. इसका उद्देश्य समाज का एक उद्देश्यपूर्ण सामाजिक वितरण प्रदान करना है और इसका उपयोग राष्ट्रीय संसाधनों के विवेकपूर्ण वितरण के लिए किया जाएगा.'
उन्होंने आगे कहा कि 'जहां तक महिला आरक्षण का सवाल है, तो मोदी सरकार ने ऐसा कानून बनाकर देश की महिला मतदाताओं को धोखा दिया है, जो 2029 से पहले लागू नहीं होगा. दरअसल, महिला आरक्षण अधिनियम 2024 के लोकसभा चुनावों में लागू होना चाहिए था.' कांग्रेस घोषणापत्र पैनल के अध्यक्ष पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम हैं और इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा भी सदस्य के रूप में शामिल हैं.