जयपुर में माली समाज का महासंगम जयपुर.राजस्थान मेंचुनावी वर्ष में सभी समाज शक्ति प्रदर्शन कर अपनी मांगों को राजनीतिक दलों और सरकार के सामने रख रहे हैं. इस क्रम में रविवार को प्रदेश का माली समाज जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में जुटा. उन्होंने माली समाज को 12% आरक्षण, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने के साथ-साथ आगामी चुनाव में राजनीतिक दलों से माली समाज के जनप्रतिनिधियों को टिकट देने की मांग उठाई है.
भ्रमित न हों माली परिवार : महासंगम में पहुंचे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विरोधी चाहते हैं कि माली समाज बंटा रहे और अलग-थलग कर इस्तेमाल कर लिया जाए. 2023 विधानसभा और 2024 लोकसभा के चुनाव में ऐसे लोग निकट आकर भ्रमित करने की कोशिश करेंगे, लेकिन इससे माली परिवार का ही नुकसान होगा. इस दौरान उन्होंने माली समाज को 100% बीजेपी का वोटर बताया. मौर्य के भाषण के दौरान कई बार लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयकारे लगाए और चौथी बार गहलोत सरकार के पोस्टर हवा में लहराए.
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महात्मा ज्योतिबा फूले बोर्ड भी लॉलीपॉप : राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी के भाषण के दौरान भी लोगों ने जमकर गहलोत ने नारे लगाए, जिसपर उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत उनके भी आदर्श हैं. उनकी छवि खराब करने की कोशिश न करें. बाद में पत्रकारों से रूबरू होते हुए प्रभुलाल सैनी ने तंज कसते हुए कहा कि जहां सत्ता पक्ष का सहयोग नहीं किया जाता हो वहां अव्यवस्था हो ही जाती है. ये हमेशा ही होता है. फिर भी सभी राजनीतिक दल के लोगों को एक साथ लाकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति की मांग है कि 12% आरक्षण दिया जाए. अब सवाल ये है कि राज्य सरकार इस मांग को पूरा करती है या नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से गठित किया गया महात्मा ज्योतिबा फूले बोर्ड भी सिर्फ लॉलीपॉप के रूप में साबित हो रहा है.
ओडिशा हादसे के कारण नहीं करवाया स्वागत : मंच पर आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने कांग्रेस सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए, राहत कैंप और युवाओं के लिए पेश किए गए बजट का जिक्र किया. साथ ही कहा कि माली समाज के लोगों का कांग्रेस को समर्थन मिल रहा है. ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ओडिशा में हुए रेल हादसे के चलते स्वागत-सत्कार नहीं कराया, न ही भाषण दिया. साथ ही हादसे में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन भी रखवाया. इस दौरान यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश के पूर्व मंत्री प्रभु लाल सैनी ने भी भाषण दिया, जिसपर लोगों ने सीएम अशोक गहलोत के जयकारे लगाए और चौथी बार गहलोत सरकार के पोस्टर हवा में लहराए.
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ये रखी प्रमुख मांगें :
- महात्मा ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले को भारत रत्न सम्मान मिले.
- नए संसद भवन में भी महात्मा ज्योतिबा फूले की मूर्ति लगाई जाए.
- 5 सितंबर शिक्षक दिवस को माता सावित्रीबाई फूले के नाम से शिक्षक दिवस मनाया जाए.
- सैनी, माली, कुशवाहा, शाक्य, मौर्य समाज को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए.
- राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव में हर जिले में कम से कम 1 टिकट और लोकसभा चुनाव में प्रदेश की किसी भी एक सीट पर माली समाज को टिकट दें.
- कुशवाहा समाज लवकुश बोर्ड का गठन किया जाए.
- विश्वविद्यालयों में महात्मा ज्योतिबा फूले दंपती के नाम से शोधपीठ का गठन हो.
- अति पिछड़ा वर्ग समाज को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाए.
- संत शिरोमणि लिखमीदास महाराज की जन्मस्थली को धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जाए.
- रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए.
- समाज के लोगों पर विभिन्न आंदोलनों में दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं.