नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office ) को भेजी एक रिपोर्ट में कहा कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब, पुडुचेरी, नागालैंड, मेघालय और मणिपुर जैसे प्रमुख राज्यों ने कोविड वैक्सीनेशन (Covid19 vaccination) के लिए वैक्सीन का 70 प्रतिशत से कम उपयोग किया है, जबकि अन्य राज्यों ने 90 प्रतिशत वैक्सीन का इस्तेमाल किया है.
इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव (Union Health Secretary) राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) टीकाकरण प्रक्रिया (vaccination process) में तेजी लाने के लिए सुझाव देने के लिए शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (Union Territory) के साथ एक तत्काल समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि सुबह 11 बजे शुरू होने वाली बैठक में मौजूद रहेंगे स्वास्थ्य सचिव ने आज टेलीमेडिसिन प्रक्रिया (telemedicine process) के उपयोग के संबंध में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ एक समीक्षा बैठक की.
सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय (health ministry) टीकों की खराब खपत के मामले को गंभीरता से ले रहा है, क्योंकि सरकार का लक्ष्य इस साल दिसंबर तक भारत में सभी वयस्क आबादी का टीकाकरण करना है.
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट भारत द्वारा पूरे देश में 100 करोड़ Covid19 खुराक देने का जश्न मनाने के एक दिन बाद आई है.
ईटीवी भारत के पास उपलब्ध स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार सरकार को आपूर्ति किए गए 73,167,435 टीकों में से, राज्य ने गुरुवार तक 64,380,110 खुराक की खपत की सूचना दी है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 21,752,490 कोविड 19 टीकों की आपूर्ति के मुकाबले झारखंड ने अब तक 18,412,385 टीकों की खपत की है. इसी तरह, पश्चिम बंगाल ने भी Covid19 टीकों की खराब खपत की सूचना दी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक, राज्य को टीकों की 67,301,890 खुराक उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें से केवल 61,546,655 टीकों की ही खपत हुई है.