जमशेदपुर : पत्नी और दो बच्चों सहित ट्यूशन टीचर की हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया. इस घटना के मुख्य आरोपी दीपक कुमार को पुलिस ने धनबाद से गिरफ्तार कर लिया है.
पत्नी और दो बच्चों सहित ट्यूशन टीचर की हत्याकांड का खुलासा बिजनेस पार्टनर को हथौड़े से किया घायल
इस सबंध में एसएसपी डाॅ. तमिल वाणन ने बताया कि 12 अप्रैल को कदमा के तिस्ता रोड के रहने वाले दीपक कुमार ने अपनी पत्नी और दो बच्चे के साथ ट्यूशन टीचर की हत्या कर फरार हो गया था. इस दौरान उसने अपने बिजनेस पार्टनर रोशन और उसके साले को भी हथौड़ा मारकर घायल कर दिया था. घटना के बाद वो बाइक से फरार हो गया. भागने के क्रम में राउरकेला के पास उसकी बाइक खराब हो गई, इसलिए उसने बाइक वहीं छोड़ दी और कार से पुरी चला गया. 13 और 14 अप्रैल को वह पुरी में रहा.
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ड्राइवर की आईडी से होटल में था ठहरा
दीपक पुरी से सरायकेला चौक होकर 15 अप्रैल को रांची पहुंचा. वहां से फिर धनबाद आ गया. धनबाद में वह कार ड्राइवर की आईडी से होटल सूर्या में ठहरा हुआ था. इस दौरान उसने अपने खाते में कुछ पैसे डाले. जैसे ही उसके खाते में पैसा गए, पुलिस को इसकी जानकारी मिली. उसके बाद वह जब दूसरी बार वह अपने खाते में पैसे डालने बैंक गया वैसे ही पुलिस ने उसे दबोच लिया.
आर्थिक स्थिति हो गई थी कमजोर
एसएसपी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में दीपक ने कबूला कि उसने ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया था, क्योंकि वह कर्ज में डूब चुका था और इसके पीछे उसका दोस्त प्रभु साह और रोशन जिम्मेदार थे. प्रभु साह के कहने पर ही उसने अपनी पैतृक जमीन को बेचा और उस पैसे से हाइवा खरीदा था. पहले तो हाइवा से ठीक कमाई होती थी, लेकिन बाद में पैसे कम आने लगे. उसके बाद रोशन को उसने हाइवा दे दिया. पांच से छह महीने तक रोशन भी दीपक को हाइवा का हिसाब नहीं दे रहा था, जिससे दीपक की आर्थिक स्थिति कमजोर होती चली गई.
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कर्ज से परेशान था दीपक
टाटा स्टील में 32 हजार की सैलरी की जगह दीपक को सिर्फ आठ हजार ही मिल रहे थे. इन सब वजहों से दीपक काफी परेशान था, इसलिए दीपक ने सोचा कि क्यों ना प्रभु और रोशन की सुनियोजित तरीके से हत्या कर दी जाए और सारी समस्या का समाधान कर लिया जाए, लेकिन उसे चिंता थी कि इस घटना के बाद उसके परिवार का क्या होगा. इस वजह से पहले उसने अपनी पत्नी, दोनों बेटियों को हथौड़ी से मारकर मौत के घाट उतार दिया. उसके बाद वह अपने ससुराल चला गया. इस दौरान वह अपनी पत्नी का गहना लेकर घर वापस आया और रोशन व उसकी पत्नी को घर पर खाने के लिए बुलाया. इसी बीच ट्यूशन टीचर बच्चे को पढ़ाने के लिए घर आई. टीचर ने जैसे ही घर में प्रवेश किया तो उसने देखा दीपक की पत्नी का शव बेड पर पड़ा हुआ है. जब तक वह कुछ समझ पाती उसे चाकू के नोक पर चुप रहने के लिए कहा गया. उसे लगा कि वह पूरा राज खोल देगी, उसके बाद उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी गई.
हत्या के बाद टीचर के साथ दुष्कर्म
टीचर की हत्या करने के बाद दीपक ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया और शव को पलंग के अंदर रख दिया. उसके बाद तय रणनीति के अनुसार, रोशन अपनी पत्नी और साले के साथ दीपक के घर खाना खाने पहुंचा. इस दौरान रोशन अपनी बच्ची को टॉयलेट कराने के लिए पत्नी के साथ बाथरूम की ओर गया. इसी बीच घर में बैठे रोशन के साले पर दीपक ने हथौड़े से हमला कर दिया, जिससे उसका साला अंकित गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद बीच-बचाव में रोशन पर भी दीपक ने हमला कर दिया और वहां से फरार हो गया.