नई दिल्ली: लोकसभा की आचार समिति ने 'रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने' संबंधी आरोपों के मामले में गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा को संसद के निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की. इस सवाल पर की एथिक्स कमिटी के अध्यक्ष पर सांसद महुआ मोइत्रा ने गलत शब्दों और आचरण का आरोप लगाया था, आप भी इस कमेटी की महिला सदस्य हैं, आपका क्या कहना है.
इस सवाल पर एथिक्स कमेटी की महिला सदस्य अपराजिता सारंगी ने कहा कि जहां तक अध्यक्ष जी के आचरण का सवाल है, जब हम सांसद बनते हैं, तब हम बहुत बड़ा दायित्व अपने कंधे पर लेते हैं और हम अपने व्यवहार और आचरण को ध्यान में रखना चाहिए. यूं कहें हमारे घर कांच के होते हैं और हमारे ऊपर सबकी नजर रहती हैं, क्योंकि हम जनता द्वारा चुनकर आते हैं और हमारे द्वारा मर्यादा में व्यवहार और शब्दों का इस्तेमाल करना संसदीय परंपरा है, मगर महुआ मोइत्रा ने रूल ऑफ बिजनेस ऑफ लोकसभा का उल्लंघन किया.
उन्होंने आगे कहा कि ब्रीच ऑफ ट्रस्ट हुआ. यूएई में बैठे एक व्यक्ति को अपनी लॉगिन आईडी दी. उन्होंने कहा कि इस समिति की तीन बैठकें हुई और पिछली बैठक में महुआ मोइत्रा जवाब देते-देते आपे से बाहर हो गईं थीं, बिगड़ गई थी ,उनका व्यवहार सही नहीं था. बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने कहा कि तीन बार तीन दिनों में वोटिंग हुई और हर बार विपक्षी सांसदों को मुंह की खानी पड़ी.