मुंबई :बीजेपी के खिलाफ राजनीतिक रणनीति बनाने के लिए महाविकास अघाड़ी की अहम बैठक आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) के आवास पर हुई. बैठक में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना ठाकरे समूह आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव राज्य में एक महागठबंधन के रूप में लड़ने पर सहमत हो गए हैं.
इस संबंध में राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बताया कि आज की बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. महाविकास अघाड़ी नेताओं की बैठक के बाद एनसीपी नेता जयंत पाटिल, कांग्रेस नेता नाना पटोले और शिवसेना सांसद संजय राउत ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान जयंत पाटिल ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. इस चुनाव परिणाम का विश्लेषण किया गया. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी चर्चा हुई. पाटिल ने कहा कि इस नतीजे के बाद अगले कदम पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी की तीनों पार्टियां आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगी. जयंत पाटिल ने बताया कि इस चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी और अन्य घटक दलों के नेता चर्चा करेंगे.
इसी क्रम में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में आंतरिक रूप से कोई गलतफहमी नहीं है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार था तो महाराष्ट्र में 100 प्रतिशत भ्रष्टाचार है. राउत ने कहा कि वर्तमान सरकार भ्रष्ट है और यह हार जाएगी.
बैठक में कर्नाटक में कांग्रेस को मिली बड़ी कामयाबी के साथ गठबंधन में मतभेद और विधायकों की अयोग्यता पर विचार-विमर्श किया गया. कर्नाटक में कांग्रेस के द्वारा भाजपार को करारी शिकस्त दिए जाने के बाद महाराष्ट्र में भी महाविकास अघाड़ी ने कमर कस ली है. कहा जा रहा है कि पिछले कुछ समय से गैर बीजेपी शासित राज्यों में हिंसा की राजनीति हो रही है. राजनीति का स्तर दिनों दिन गिरता जा रहा है. एक तरफ बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए देशभर में विपक्षी पार्टियों के नेता साथ आ रहे हैं. इसी क्रम में महाराष्ट्र में भी महाविकास अघाड़ी ने आगामी चुनाव के मद्देनजर बीजेपी को रोकने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.