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बजट से महाराष्ट्र के लोगों की क्या हैं उम्मीदें, जानिए

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को देश का बजट पेश करेंगी. महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि हमें केंद्रीय बजट से बहुत उम्मीदे हैं. हम इस पर नजर रख रहे हैं. यहां के व्यापारियों का कहना है कि उम्मीद है कि कुछ राहत जरूर प्रदान की जाएगी. यहां के किसान भी बहुत उम्मीद लगाए बैठे हैं.

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Published : Jan 29, 2021, 4:09 PM IST

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मुंबई :केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को बजट पेश करेंगी. महाराष्ट्र के किसानों, व्यापारियों और अर्थशास्त्रियों ने इस बजट से कई उम्मीदें जताई हैं. कोरोना वायरस ने देश के साथ-साथ राज्यों के राजस्व सहित विभिन्न उद्योगों को प्रभावित किया है. दूसरी ओर दिल्ली में किसानों के आंदोलन के बाद राज्य के किसान अच्छे बजट की उम्मीद कर रहे हैं.

मनमाड (नासिक)
मनमाड में व्यापारियों ने कहा है कि केंद्र सरकार को आगामी बजट में किसानों के साथ-साथ आम जनता पर भी विचार करना चाहिए. किसान यह अपेक्षा करते हैं कि उन्हें दी जाने वाली बिजली, उचित दर पर और 24 घंटे उपलब्ध कराई जाए.

औरंगाबाद
किसान नेता जयाजी सूर्यवंशी ने कहा कि इस बजट से किसान उम्मीद लगाए बैठे हैं. सूर्यवंशी ने उम्मीद जताई कि दिल्ली में किसानों के आंदोलन को देखते हुए बजट पेश किया जाना चाहिए.

मुंबई
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि हम इस बजट में जीएसटी रिफंड को देखेंगे. कोरोना वायरस के कारण हुई छंटनी ने देश की आर्थिक स्थिति को खराब कर दिया है. राजस्व का संग्रह नहीं होने के कारण केंद्र पहले से ही चुनौतियों का सामना कर रहा है. इसके अलावा केंद्र से महाराष्ट्र को जीएसटी के 30,000 करोड़ रुपये नहीं मिले हैं. हम इस बात पर नजर रखेंगे कि केंद्र सरकार इस संबंध में क्या कदम उठा रही है. समस्या यह है कि सरकार पूंजी की कमी को कैसे भरेगी. साथ ही क्या सरकार आम जनता पर टैक्स लगाएगी? अर्थशास्त्री विश्वास उत्पी ने कहा कि केंद्र सरकार कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जो पूंजीपतियों का कर बढ़ाएंगे.

पुणे
हर बजट में देश में उद्यमियों के लिए बहुत सारे फायदे नहीं देने का चलन है. महाराष्ट्र में लगभग 296 एमआईडीसी हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों ने अभी तक यह पता नहीं लगाया है कि उद्यमियों की बुनियादी जरूरतें क्या हैं. फोरम ऑफ स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन महाराष्ट्र के अध्यक्ष अभय भोर को उम्मीद है कि इस साल बजट में अच्छे प्रावधान किए जाएंगे.

मुंबई
महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि हम केंद्रीय बजट पर कड़ी नजर रख रहे हैं. यह देखना बाकी है कि इस बजट से किस वर्ग को राहत मिलेगी. इसमें यह भी देखा जाएगा कि क्या मध्यवर्गीय कर दाता को राहत मिलेगी. साथ ही किस वर्ग को बजट में लाभ दिया जाएगा. बजट पेश करते समय केंद्र ने किस तरह से बजट पेश किया यह देखा जाना बाकी है. उन्होंने कहा कि इसके लिए आधार वित्तीय संकल्प प्रस्तुत करते समय राज्यों द्वारा लिया जाता है. इसलिए केंद्र के बजट का प्रभाव राज्य के बजट पर महसूस किया जाता है.

रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन के सुभाष गुप्ता के अनुसार कोरोना वायरस प्रकोप के कारण स्थानीय सेवाओं को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था. इसलिए रेलवे का राजस्व भी सामान्य से कम होगा. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि कोरोना का प्रकोप मुंबई के विकास के लिए लागू की जा रही एमयूटीपी पहल में बाधा नहीं डालेगा.

आरटीआई कार्यकर्ता समीर जावेरी के अनुसार वार्षिक रेलवे बजट में मुंबई की हमेशा उपेक्षा की गई है. मुंबई उपनगरीय स्थानीय रेलवे में 125 से अधिक रेलवे स्टेशन हैं और विकलांगों के लिए विशेष सुविधाएं नहीं हैं जो होनी चाहिए.

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कोल्हापुर
कोल्हापुर में पिछले कई वर्षों से फुटवियर का व्यवसाय चल रहा है. शहर में लगभग साढ़े तीन हजार परिवार और जिले में बीस हजार से अधिक परिवार इस व्यवसाय पर निर्भर हैं. कोल्हापुरी चप्पल की महाराष्ट्र सहित पूरे देश और अब पूरी दुनिया में अलग पहचान रखता है. हालांकि व्यापार के कई संकटों के कारण यहां के व्यापारियों अपनी आजीविका के बारे में चिंतित हैं. इसलिए व्यापारियों ने यह भावना व्यक्त की है कि सरकार को कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि वे इस व्यवसाय को जारी रख सकें और उस व्यवसाय को इससे आगे बढ़ा सकें. इसके अलावा वे सोमवार को पेश होने वाले वाले बजट पर भी नजर है. जिसमें यह देखा जाएगा कि उनके व्यवसाय के लाभ के लिए कोई घोषणाएं हैं?

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