नई दिल्ली: वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड (Minister of State for Finance Bhagwat Karad) ने लोकसभा को बताया कि बैंकिंग में साइबर वित्तीय धोखाधड़ी मुख्य रूप से एटीएम, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म पर हुई धोखाधड़ी से संबंधित है. इस तरह के फ्रॉड देश के सभी राज्यों में सामने आए हैं. यहां तक कि दूर-दराज के राज्यों में भी साइबर फ्रॉड के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है.
आरबीआई द्वारा साझा किए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में साइबर धोखाधड़ी, इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम-डेबिट और क्रेडिट कार्ड के उपयोग से जुड़े बैंकिंग धोखाधड़ी के 50000 से अधिक (50242) मामले सामने आए हैं. इन धोखाधड़ी के शिकार लोगों को नौ महीने की अवधि के दौरान कुल 167 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
महाराष्ट्र में लगभग 40 फीसदी मामले
आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र इन साइबर और बैंकिंग से संबंधित धोखाधड़ी का सबसे बड़ा शिकार है. इस अवधि के दौरान सभी साइबर और बैंकिंग धोखाधड़ी के मामलों का लगभग 40% हिस्सा महाराष्ट्र का है. आंकड़ों से पता चला है कि महाराष्ट्र से साइबर और बैंकिंग धोखाधड़ी के 19671 मामले सामने आए. इसके बाद दक्षिणी राज्य तमिलनाडु (5292 मामले), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (5001 मामले) का स्थान है.