मुंबई : उद्धव ठाकरे से बगावत कर मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे का पहला शक्ति प्रदर्शन आज हुआ. महाराष्ट्र विधानसभा में नया स्पीकर चुनने के लिए सदस्यों ने आज वोटिंग की. बीजेपी गठबंधन के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर के पक्ष में 164 वोट पड़े. एसपी के दो विधायकों ने किसी को वोट नहीं किया. एआईएमआईएम ने भी मतदान में हिस्सा नहीं दिया. शिवसेना उम्मीदवार राजन साल्वी को 107 वोट मिले. जीत के लिए राहुल नार्वेकर को 145 वोट चाहिए था. सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बहुमत सिद्ध करेंगे. डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने स्पीकर पोस्ट के लिए वोटिंग कराया. पहले विपक्ष की मांग पर विधानसभा के भीतर हेडकाउंट किया गया. फिर उसपर वोटिंग हुई. विधानसभा के भीतर भाजपा के विधायकों ने जय भवानी, जय शिवाजी और जयश्री राम के नारे लगाए.
नव निर्वाचित महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर स्पीकर चुनाव पर वोटिंग से पहले एनसीपी के जयंत पाटील विधानसभा के बाहर कहा कि अभी चुनाव कराया जा रहा है, लेकिन हम कब से मांग कर रहे थे. अब समझ आया कि क्यों नहीं अब तक इलेक्शन क्यों नहीं हुआ? उद्धव ठाकरे की ओर से सुनील प्रभु और एकनाथ शिंदे की ओर से भारत गोगावाले ने व्हिप जारी किया था. लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, यह हम पर लागू नहीं होता. सुबह शिवसेना में मचे घमासान को देखते हुए विधानसभा के भीतर उसका दफ्तर सील कर दिया गया. शिवसेना के स्पीकर कैंडिडेट राजन साल्वी विधान परिषद के उप सभापति निलम गोर्हे के ऑफिस में बैठे.
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सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद बुलाए गए दो दिवसीय विधानसभा के विशेष सत्र से पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे खेमे की तरफ से सचेतक सुनील प्रभु ने व्हिप जारी किया था. व्हिप में कहा गया था कि विधानसभा का विशेष सत्र 3-4 जुलाई को है. विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए राजन सालवी उम्मीदवार हैं. इस दौरान शिवसेना के सभी सदस्य सदन में मौजूद रहें. एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें बहुमत साबित करने का आदेश दिया है.
राज्यपाल ने दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया है.विधानसभा सत्र रविवार (3 जुलाई) और सोमवार (4 जुलाई) को होगा. 3 जुलाई को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होगी. शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने 30 जून को सत्ता संभाली थी. कांग्रेस ने पिछली सरकार में इस पद पर दावा किया था. उसने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सहित तीन सहयोगियों के बीच चर्चा के बाद शिवसेना के पक्ष में इसे छोड़ दिया है. कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि हमने शिवसेना विधायक साल्वी का नामांकन दाखिल कर दिया है और तीनों दलों के बीच विचार-विमर्श के बाद फैसला किया गया है.
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राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के एक पत्र के आधार पर कांग्रेस ने शुक्रवार को स्पीकर के चुनाव पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसमें कहा गया था कि अदालत में एक मामला लंबित होने के कारण इसे आयोजित नहीं किया जा सकता. थोराट ने कहा कि हम रविवार को एक विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की तात्कालिकता को नहीं समझते हैं. सुप्रीम कोर्ट में एक मामला लंबित है. जब हम (एमवीए) सरकार में थे, तो राज्यपाल हमें महीनों तक बताते रहे कि चूंकि मामला कोर्ट में है, वह स्पीकर के चुनाव की अनुमति नहीं दे सकते. फिर, उन्होंने इसे नई सरकार के लिए कैसे अनुमति दी है.भाजपा एमएलसी प्रवीण दारेकर ने विश्वास जताया कि संख्या को देखते हुए पार्टी प्रत्याशी नार्वेकर आसानी से अध्यक्ष चुनाव जीत जाएंगे. कांग्रेस नेता नाना पटोले अंतिम अध्यक्ष थे, जिन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार के सत्ता में आने के बाद 2019 में देर से चुना गया था. हालांकि, पटोले ने फरवरी 2021 में राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के बाद पद छोड़ दिया और तब से राकांपा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल कार्य कर रहे थे.