मुंबई:महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे शनिवार को कई इलाकों में जल जमाव हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने आज रायगढ़ पुणे समेत आठ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसमें ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, कोल्हापुर, सतारा जिले शामिल हैं, जबकि 24 जुलाई को रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर और सतारा जिलों को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है. अगले पांच दिनों में राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
यवतमाल में भारी बारिश:महाराष्ट्र के यवतमाल में शुक्रवार रात हुई भारी बारिश से जिले के कई रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए और शनिवार को भी कई घरों में पानी घुस गया. स्थानीय लोगों के अनुसार, रात में लगभग चार घंटे तक बारिश हुई और उनकी नींद खुली तो देखा कि सड़कों पर पानी भर गया है और बारिश का पानी उनके घरों में घुस गया है.
यवतमाल में बाढ़ में फंसे 100 से ज्यादा नागरिकों को बचाया गया है. भारी बारिश के कारण बुलढाणा के तीन गांवों का संपर्क टूट गया है. अकोला जिले में अकोला और तेलहारा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. वाशिम में बाढ़ से घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है. गोसेखुर्द बांध खोल दिया गया है. नदी किनारे के गांवों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है. कंकावली तालुका में बाढ़ की स्थिति है. गाड़ नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. सिंधुदुर्ग जिले में भारी बारिश जारी है.
ठाणे जिले में औसत 140 से 150 प्रतिशत बारिश: ठाणे जिला प्रशासन ने खतरनाक इमारत से 1,200 से अधिक लोगों को निकाला है. उनके लिए आवास की व्यवस्था की गई है. हालांकि, इनमें से 750 निवासी अपने घरों को लौट चुके हैं. ठाणे जिले में औसतन 140 से 150 फीसदी बारिश हुई है. जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि पिछले तीन दिनों में तीन लोगों की जान जा चुकी है. उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान विभिन्न दुर्घटनाओं में कुल 22 मौतें हुईं. जिले में कालू और उल्हास नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं. बांध भी भरने लगे हैं. अधिकारियों ने शनिवार रात कहा कि तानसा बांध से संभावित पानी छोड़े जाने के मद्देनजर महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिलों के शाहपुर, भिवंडी और वसई तालुका के गांवों को अलर्ट पर रखा गया है.