मुंबई: एनसीपी नेता अजित पवार की बगावत के बाद पार्टी के नेता जयंत पाटिल ने 9 नेताओं के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास अयोग्यता याचिका दायर की है. पाटिल ने कहा कि नौ नेताओं ने ऐसा करने (पार्टी छोड़ने) से पहले हमें कोई जानकारी नहीं दी. यह एनसीपी के खिलाफ है. हमने भारत के चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा है. उन्होंने आगे कहा हमें विश्वास है कि अधिकांश विधायक राकांपा में वापस आएंगे और हम उन्हें फिर से स्वीकार करेंगे.
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी को मिला नया पार्टनर:महाराष्ट्र में जो सियासी उथल-पुथल हुई है वह कुछ मायनों में लगभग एक साल पहले शिवसेना में विभाजन से मिलती जुलती थी. राकांपा नेता अजित पवार ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, साथ ही पार्टी के आठ अन्य विधायक भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में शामिल हुए. ऐसा करके बीजेपी ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं. पहला ये कि महाराष्ट्र में बीजेपी का कद बढ़ गया है, जिससे विपक्षी एकता को भी चोट पहुंची है. दूसरा ये कि भाजपा को अजित पवार के आने से लोकसभा चुनाव के लिए नया पार्टनर मिल गया है, जो कि शिंदे के लिए दबाव वाली स्थिति बन गई है.
उधर, अजित पवार ने कहा कि सभी विधायक उनके साथ हैं और वे एक पार्टी के रूप में शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हुए हैं. अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कहा कि सभी विधायक मेरे साथ हैं. हम यहां एक पार्टी के रूप में हैं. लोकतंत्र में बहुमत को महत्व दिया जाता है. हमारी पार्टी 24 साल पुरानी है और युवा नेतृत्व को आगे आना चाहिए. अजित पवार ने कहा कि हमने एनसीपी के लगभग सभी विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार के साथ आने का फैसला किया है. हमने शपथ ली और अगले विस्तार में कुछ अन्य मंत्रियों को जोड़ा जाएगा. राज्यपाल रमेश बैस ने एनसीपी नेता अजित पवार को महाराष्ट्र के दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई.