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Sharad Pawar ने कहा- पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न हमारा ही रहेगा, वे मेरी तस्वीर इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि वे जानते हैं उनका सिक्का नहीं चलेगा - अजित पवार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दोनों गुट अजित पवार और शरद पवार के नेतृत्व वाले गुटों के साथ टकराव के लिए तैयार हैं. दोनों गुट अधिकांश विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं. अजीत पवार समूह ने मुंबई एजुकेशन ट्रस्ट में एक बैठक बुलाई है. जबकि शरद पवार के समर्थक वाईबी चव्हाण केंद्र के बाहर एकत्र हुए हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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सुप्रिया सुले प्रतिकात्मक तस्वीर

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Published : Jul 5, 2023, 12:08 PM IST

Updated : Jul 5, 2023, 8:02 PM IST

मुंबई :एनसीपी में संकट बढ़ता जा रहा है. दोनों गुटों ने स्पष्ट शक्ति प्रदर्शन के लिए बुधवार को अलग-अलग बैठकें कीं. मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार ने इनमें से एक बैठक को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज पूरा देश हम पर नजर रख रहा है. एनसीपी के लिए यह बैठक ऐतिहासिक है. हमें अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ते रहना होगा. उन्होंने कहा कि हमें सत्ता की भूख नहीं है. हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे.

देश में बहस की जगह कम होती जा रही है : मुंबई में अपने गुट के नेताओं की बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अगर अजित पवार को कोई समस्या थी तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी. अगर उनके मन में कुछ था तो वह मुझसे संपर्क कर सकते थे. उन्होंने कहा कि मेरी सफलता मेरे लोगों की वजह से है. शरद पवार ने कहा कि देश में बहस की जगह कम होती जा रही है. उन्होंने कहा कि आपने (बीजेपी) एनसीपी को भ्रष्ट कहा. तो, अब आपने एनसीपी के साथ गठबंधन क्यों किया है?...उद्धव ठाकरे के साथ जो हुआ वह दोहराया गया है.

पीएम मोदी से सवाल, एनसीपी भ्रष्ट तो फिर गठबंधन क्यों : उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते भोपाल में रैली की थी. एनसीपी पर हजारों करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. अगर आपको सच में लगता है कि एनसीपी एक भ्रष्ट पार्टी है, तो आपने रविवार के शपथ ग्रहण समारोह में एनसीपी को क्यों शामिल किया? इसका मतलब है कि ये लोगों की राय बनाने के लिए बिना सबूत के कुछ भी बोलते हैं.

पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा : उन्होंने कहा कि जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया. अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है. NCP अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा. जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं. शरद पवार ने कहा कि अगर कल को कोई खड़ा होकर मुख्य पार्टी होने का दावा करता है तो इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती.

अपने पोस्टर में मेरी सबसे अच्छी तस्वीर इस्तेमाल की :शरद पवार ने कहा कि 'अगर कोई दावा कर रहा है कि वे चुनाव चिह्न लेंगे, तो मैं स्पष्ट कर दूं कि हम इसकी अनुमति नहीं देंगे. हालांकि, मैं आपको बता दूं कि मैंने कई प्रतीकों पर लड़ाई लड़ी है. जब तक आप लोगों के दिलों में नहीं हैं, प्रतीक मायने नहीं रखते. क्या आपने लोगों के पोस्टर और बैनर देखे हैं? मेरी फोटो सबसे बड़ी है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वे जानते हैं कि उनके पास भरोसा करने के लिए और कुछ नहीं है. उन्होंने अजित पवार पर तंज करते हुए कहा कि उन लोगों ने अपने पोस्टर में मेरी सबसे अच्छी तस्वीर इस्तेमाल की है.

नेताओं की नई पीढ़ी तैयार करने के लिए करें काम : यह कहते हुए कि विधायक आते-जाते रहते हैं, राकांपा प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें नेताओं की नई पीढ़ी तैयार करने के लिए काम करना चाहिए. अपने भतीजे अजित पवार को चेतावनी देते हुए उन्होंने आगे कहा कि एनसीपी नागालैंड में बीजेपी के साथ चली गई है. नॉर्थ ईस्ट चीन की सीमा पर है जहां राजनीतिक फैसले बहुत सावधानी से लेने की जरूरत है. इसलिए हमने बाहर से समर्थन किया.

अजित को किया आगाह, आपके साथ कुछ अलग नहीं होगा : उन्होंने कहा कि देश में जो लोग बीजेपी के साथ गए हैं, उनका इतिहास देख लीजिए. अकाली दल ने सब कुछ खो दिया. आंध्र, बिहार और कई उदाहरण बताते हैं कि बीजेपी हर जगह सहयोगियों को खत्म कर देती है. इसलिए याद रखें कि आपके साथ भी कुछ अलग नहीं होगा. उन्होंने कहा कि शिवसेना का हिंदुत्व सभी जातियों को एक साथ लाने का है, जबकि भाजपा का हिंदुत्व विभाजनकारी, मनुवादी और जहरीला है. राज्य ने हाल ही में सांप्रदायिक दंगों का सामना किया है. उन्होंने कहा कि जो पार्टी विभाजनकारी राजनीति करती हो वह देशभक्त नहीं हो सकती. हम उसके साथ सरकार में शामिल होकर पद नहीं ले सकते हैं.

इससे पहले वाईबी चव्हाण सभागार से अपना भाषण शुरू करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि एनसीपी का जन्म 24 साल पहले मुंबई में हुआ था. सरकार में आने के लिए पार्टी ने कड़ी मेहनत की. कई लोग विधायक, मंत्री बने और हमने दिखाया कि गरीब पृष्ठभूमि के लोग भी राज्य चला सकते हैं. इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के लोगों के लिए काम करना था. हमने आपकी मदद से इसे सफलतापूर्वक किया.

पार्टी सत्ता में नहीं, लेकिन वह लोगों के बीच है : सीनियर पवार ने कहा कि आगे कई कठिनाइयां हैं और हर मुश्किल से निपटने की कुंजी है बातचीत. उन्होंने कहा कि मैंने कई केंद्र सरकारों में काम किया है. आदर्श यह था कि अगर अलग-अलग दृष्टिकोण हों तो बातचीत की जाए. लोगों की शक्ति में अपने विश्वास को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि कि हालांकि उनकी पार्टी सत्ता में नहीं है, लेकिन वह लोगों के बीच है. उन्होंने कहा कि जैसे ही विपक्ष ने एक होने की ओर कदम बढ़ाया केंद्र सरकार को दिक्कत होने लगी. सत्तारूढ़ पार्टी असहज हो गई.

भाजपा सबसे बड़ी करप्ट पार्टी : इससे पहले इस बैठक को सुप्रिया सुले संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने एनसीपी को कहा- 'नेचुरली करप्ट पार्टी'. उन्होंने कहा, 'न खाऊंगा, न खाने दूंगा', लेकिन जब जरूरत होगी तो वह पूरी एनसीपी खा जायेंगे. सुप्रिया सुले ने कहा, यह बीजेपी है जो स्वाभाविक रूप से भ्रष्ट है. अब भाजपा क्या बोलेगी. सुले ने कहा कि भाजपा सबसे बड़ी करप्ट पार्टी है. उन्होंने कहा कि पार्टी का नाम रहे या जाये, चिह्न रहे या जाये, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. क्योंकि एनसीपी का एक ही चिह्न है. वह हैं शरद पवार.

जिस पर चाहें हमला करें लेकिन मेरे पिता पर नहीं : इससे पहले, बुधवार को वाईबी चव्हाण सेंटर में बोलते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप जिस पर चाहें हमला करें लेकिन मेरे पिता पर नहीं. उन्होंने तमाम क्षेत्रों में काम कर रहे 80 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का हवाला देते हुए बताया कि उम्र सिर्फ एक नंबर है. उन्होंने कहा कि शरद पवार न केवल मेरे पिता हैं, बल्कि सभी राकांपा कार्यकर्ताओं के लिए भी पितातुल्य हैं. किसी को भी मेरे पिता या उनके परिवार के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक बेटे को, अपने पिता को यह कहना शोभा नहीं देता है कि आप घर बैठो. सुप्रिया सुले ने कहा, हम पार्टी का पुनर्निर्माण करेंगे. ये बीजेपी के खिलाफ लड़ाई है.

इससे पहले, एनसीपी प्रमुख शरद पवार के समर्थक पार्टी प्रमुख द्वारा बुलाई गई बैठक से पहले वाईबी चव्हाण केंद्र के बाहर जमा हो गए हैं. शरद पवार वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंच गये हैं. मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र के बाहर शरद पवार के समर्थकों ने उनके समर्थन में नारे लगाए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय उनके समर्थन में 14 विधायक वहां मौजूद हैं.

इससे पहले, एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले भी मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचीं. एनसीपी (शरद पवार) नेता जयंत पाटिल मुंबई में वाईबी चव्हाण पहुंचे. एमएलसी शशिकांत शिंदे ने शरद पवार के प्रति अपना समर्थन जताया है. एमएलसी एकनाथ खडसे ने भी शरद पवार को समर्थन दिया है. भाजपा के पूर्व कद्दावर नेता से राकांपा एमएलसी एकनाथ खडसे शरद पवार की बैठक में मौजूद हैं.

एनसीपी नेता (शरद पवार गुट) जितेंद्र अवहाद मुंबई में वाईबी चव्हाण पहुंचे. उन्होंने कहा कि हम देखेंगे कि दोपहर 1 बजे क्या होता है, अभी और भी नेता आएंगे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 12:45 बजे तक शरद पवार गुट को समर्थन देने के लिए 7 विधायक और तीन एमएलसी वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंच चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि शरद पवार के समर्थन में दोपहर एक बजे तक वाईबी चव्हाण सेंटर पर 14 विधायक पहुंच गये हैं.

शरद पवार के समर्थन में कितने विधायक :मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक, 14 विधायक शरद पवार का समर्थन करने के लिए वाई बी चव्हाण केंद्र पहुंचे हैं. इन विधायकों के नाम- जीतेन्द्र अव्हाड, अनिल देशमुख, राजेंद्र शिंगणे, प्राजक्त तनपुरे, बालासाहेब पाटिल, अशोक पवार, किरण लाहमाते, जयन्त पाटिल, सुमनताई पाटिल, रोहित पवार, चेतन तुपे, राजेश तुपे, संदीप क्षीरसागर, सुनील भुसारा शामिल है.

3 एमएलसी और 5 सांसद भी शरद के साथ :वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र में शरद पवार के नेतृत्व वाली बैठक में कुल 13 विधायक, 3 एमएलसी और 5 सांसद मौजूद हैं. 13 विधायकों में अनिल देशमुख, रोहित पवार, राजेंद्र शिंगणे, अशोक पवार, किरण लहमाटे, प्राजक्ता तानपुरे, बालासाहेब पाटिल, जीतेंद्र अव्हाड, चेतन विट्ठल तुपे, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, संदीप क्षीरसागर और देवेंद्र भुयार शामिल हैं. 5 सांसदों में श्रीनिवास पाटिल (लोकसभा), सुप्रिया सुले (लोकसभा), अमोल कोल्हे (लोकसभा), फौजिया खान (राज्यसभा) वंदना चव्हाण (राज्यसभा) शामिल हैं. 3 एमएलसी में शशिकांत शिंदे, बाबाजानी दुरानी, एकनाथ खडसे शामिल हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपी के कई विधायकों ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इनमें राजेंद्र कारेमोरे (तुमसर), मनोहर चंद्रिकापुरे (अर्जुनी मोरगांव), चंद्रकांत नवघरे (वसमत), राजेश टोपे (घनसावंगी), नितिन पंवार (कलवान), दिलीप बनकर (निफाड), आशुतोष काले (कोपरगांव), प्रकाश सोलंखे (माजलगांव), राजेश पाटिल (चांदगढ़), यशवंत माने (मोहोल), बबन शिंदे (माधा), बाबासाहेब पाटिल (अहमदपुर), बालासाहेब अजाबे (आष्टी) शामिल हैं.

हम शरद पवार के प्रति भारी समर्थन देखेंगे : एक आश्चर्यजनक कदम में, अजीत पवार के करीबी सहयोगी, निर्दलीय विधायक देवेंद्र भुयार, शरद पवार से मिलने के लिए वाई बी चव्हाण केंद्र पहुंचे. शिरूर से एनसीपी विधायक अशोक पवार भी शरद पवार के साथ आ गए. अशोक पवार इस सप्ताह की शुरुआत में अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके साथ मौजूद थे. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी (शरद पवार गुट) नेता अनिल देशमुख मुंबई में वाईबी चव्हाण पहुंचे. महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो गुटों द्वारा बुलाई गई बैठक से पहले, राज्य के पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि वे एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ भारी समर्थकों को शामिल होते देखेंगे. वाईबी में मीडिया से बात करते हुए चव्हाण केंद्र, देशमुख ने कहा कि जब शरद पवार महाराष्ट्र से बाहर जाएंगे तो हम बड़ी संख्या में समर्थकों को उनके साथ शामिल होते देखेंगे.

इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि शरद पवार NCP के संस्थापक हैं. (एनसीपी) का नंबर गेम स्पष्ट होने में कुछ ही समय है, लेकिन अजित पवार के समर्थकों ने जो किया है, उसे महाराष्ट्र की जनता माफ नहीं करेगी. शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता और राज्य सभा सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे के पर कतरने के लिए बीजेपी ने अजित पवार को शामिल किया. उन्होंने कहा कि जल्द ही महाराष्ट्र का सीएम बदला जा सकता है.

इससे पहले, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट से संबंधित महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि नेताओं की सही संख्या केवल मंच पर ही देखी जा सकती है.उन्होंने कहा कि हम मंच पर और अन्य स्थानों पर बैठे नेताओं की संख्या देखेंगे. समर्थक कागजात पर हस्ताक्षर कर रहे हैं और उनसे पूछा जाता है कि वे कहां से आए हैं.

रविवार को एनसीपी में फूट पड़ गई जब अजित पवार आठ अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल हो गए. शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने नौ विधायकों के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास अयोग्यता याचिका दायर की है. अजित पवार और छगन भुजबल के साथ दिलीप पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडो, धर्मरावबाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बंसोडे और अनिल पाटिल रविवार को एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़णवीस महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए. शरद पवार ने अपने करीबी प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' के लिए पार्टी से निकाल दिया है.

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राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल, पवार के करीबी सहयोगी रहे हैं और उन्हें पिछले महीने एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. वह पवार के साथ कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में मंत्री थे. शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने दोनों सांसदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उन्हें पत्र लिखा था.

Last Updated : Jul 5, 2023, 8:02 PM IST

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