मुंबई/गुवाहाटी/नई दिल्ली : महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी ने बागी नेताओं की पत्नियों से टेलीफोन पर बात की है. सूत्रों के अनुसार उन्होंने अपने पति को मनाने को कहा है. दूसरी ओर बागी नेता एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वे कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. उनके समर्थक 15 विधायकों को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है.
शिंदे समर्थकों ने उद्धव का पोस्टर किया काला जिन विधायकों को सुरक्षा दी गई है, वे हैं --रमेश बोरनारे, मंगेश कुडालकर, संजय शिरसत, लाताबाई सेनावाने, प्रकाश सुरवे, सदानंद सरनावन्कर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भुसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्यांकर, संदीपन भुमरे. शिंदे समर्थक विधायकों का कहना है कि विधानसभा के उपाध्यक्ष ने 16 विधायकों के निलंबन को लेकर जो कार्रवाई की है, वह अवैध है. उन्होंने कहा कि नियमानुसार उपाध्यक्ष को कम से कम एक सप्ताह के लिए नोटिस देना चाहिए, उसके पहले वह कार्रवाई नहीं कर सकते हैं.
इस बीच ये भी खबर आई है कि महाराष्ट्र के एक और मंत्री उदय सामंत भी शिंदे कैंप में शामिल हो गए हैं.
एक और मंत्री शिंदे कैंप में शामिल शिंदे कैंप के एक विधायक ने असम के होटल में ही अपना जन्मदिन मनाया.
उद्धव ठाकरे के बेटेऔर मंत्री आदित्य ठाकरे ने अपने विरोधियों को 'द्रोही' बताया है.
इससे अलग शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने एक तरीके से बागी विधायकों को 'धमकी' दे दी है.उन्होंने कहा कि सड़कों पर शिवसैनिक हैं. वे इशारे का इंतजार कर रहे हैं.संजय राउत ने रविवार को पार्टी के बागी विधायकों पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि आखिर कब तक वे (विधायक) असम के गुवाहाटी में 'छिपे' रहेंगे, आखिरकार उन्हें 'चौपाटी' (मुंबई के संदर्भ में) आना ही होगा. उन्होंने ट्वीट किया, 'कब तक छुपोगे गुवाहाटी में, आना ही पड़ेगा चौपाटी में.' दक्षिण मुंबई में मंत्रालय (राज्य सचिवालय), विधान भवन (विधायिका परिसर), राजभवन और मुख्यमंत्री का आधिकारिक बंगला वर्षा सहित प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठान गिरगाम समुद्र तट के आसपास के क्षेत्र में स्थित हैं, जिसे गिरगाम चौपाटी भी कहा जाता है.
शरद पवार की कांग्रेस और शिवसेना नेताओं से मुलाकात -शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं ने शरदर पवार से मुलाकात की. बैठक के बाद इसमें भाग लेने वाले नेताओं ने मीडिया से बात नहीं की. हालांकि, समझा जाता है कि पवार ने सबको जीत का आश्वासन दिया है.
मुंबई से ईटीवी भारत संवाददाता
कोविड के बाद काम पर लौटे राज्यपाल- कोविड-19 संक्रमण से उबरने के बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. कोश्यारी (80) को कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि के बाद बुधवार को दक्षिण मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राजभवन की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, राज्यपाल चार दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद अपने आधिकारिक आवास पर लौट आए हैं. बुधवार को एक ट्वीट में राज्यपाल ने कहा था, 'मैं कोविड-19 से संक्रमित हो गया हूं. मुझमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं. हालांकि, एहतियात के तौर पर मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.'
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय ने एक दिन पहले शनिवार को शिंदे सहित शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग को लेकर दी गई अर्जी के आधार पर उन्हें समन जारी कर 27 जून की शाम तक लिखित जवाब मांगा है. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने उद्धव ठाकरे को बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकृत किया है.
शिवसेना के अधिकांश विधायकों ने मंत्री एकनाथ शिंदे के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है और वर्तमान में गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं, जिसने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को संकट में डाल दिया है.
ये भी पढ़ें: कौन सा हिंदुत्व पीठ में छुरा घोंपना सिखाता है?: शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी