मुंबई: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'मैंने मुंबई में संजय राउत को राज्यसभा में चुने जाने के लिए पैसे खर्च किए. संजय राउत का नाम तक वोटर लिस्ट में नहीं था.' संजय राउत ने अब नारायण राणे के इस बयान को लेकर कोर्ट में हर्जाने के लिए मुकदमा दायर किया है.
नारायण राणे ने फरवरी 2023 में संजय राउत के बारे में कहा था कि 'क्या राज्यसभा में जो गए है, उसके पीछे संजय राउत की ताकत है. मैंने इसका प्लान बनाया था. मैंने इनके चुनाव में खर्च किया था. संजय राउत का नाम मतदाता सूची में भी नहीं था.' सार्वजनिक स्थान पर यह बयान देने के बाद फरवरी 2023 में संजय राउत ने अपने वकील के जरिए केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को नोटिस जारी किया था.
इस नोटिस में कहा गया था कि उन्हें अपने स्टेटमेंट का बुक प्रूफ जमा करना होगा, नहीं तो मानहानि का दावा कोर्ट में फाइल कर दिया जाएगा. संजय राउत को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को नोटिस दिए दो महीने हो चुके हैं. लेकिन अभी तक राणे की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
इसीलिए संजय राउत ने अब केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को कोर्ट में घसीट लिया है. जहां केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में संजय राउत के बारे में विवादित बयान दिया है, वहीं संजय राउत ने अब मुंबई कोर्ट में हर्जाने का दावा किया है.
पुणे के जंबो कोविड सेंटर घोटाले में संजय राउत के साथी पर FIR
वहीं दूसरी ओर एक अन्य मामले में पुणे के जंबो कोविड सेंटर घोटाले के सिलसिले में सुचित पाटणकर और चार अन्य लोगों के खिलाफ पुणे के शिवाजीनगर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है. कुछ दिन पहले बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने पुणे शहर के अध्यक्ष जगदीश मुलिक से शिवाजीनगर थाने में मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई थी.
इस मामले में अब शिवाजीनगर थाने में डॉ. हेमंत रामशरण गुप्ता, शिवसेना नेता संजय राउत के साथी सुजीत मुकुंद पाटकर, संजय मदनराज शाह, राजू नंद कुमार सालुंखे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि कोरोना काल में पुणे के जंबो कोविड सेंटर के प्रबंधन का ठेका लाइफलाइन अस्पताल प्रबंधन सेवा को दिया गया था.
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फिर चिकित्सा सेवाओं के लिए निविदा प्रक्रिया में चयनित होते हुए, फर्जी पार्टनरशिप डीड बनाकर निविदा स्वीकृत कर पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण को धोखा देने का आरोप लगाया गया. इस संबंध में बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा कि संजय राउत के साथी सुजीत पाटकर और उनकी लाइफलाइन अस्पताल प्रबंधन सेवा के खिलाफ पुणे में मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने यह संपर्क धोखाधड़ी के जरिए हासिल किया, जिसके परिणामस्वरूप 3 मरीजों की मौत हो गई और कई लोगों को स्थायी नुकसान हुआ.