मुंबई:बीजेपी नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद (Maharashtra Vidhan Parishad) में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर (Praveen Darekar) पर सोमवार को फोर्ट के रमाबाई अंबेडकर मार्ग थाने में मुंबई बैंक (Mumbai Bank Scam) के फर्जी मजदूर मामले में मामला दर्ज किया गया है. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के राज्य सचिव धनंजय शिंदे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया है कि दरेकर फर्जी मजदूर होने का नाटक कर मुंबई बैंक, हजारों जमाकर्ताओं और सरकार को सालों से ठगी कर रहे हैं.
पढ़ें: महाराष्ट्र सरकार ने दाऊद से संबंध रखने वाले व्यक्तियों को वक्फ बोर्ड में नियुक्त किया: फडणवीस
धनंजय शिंदे द्वारा लगाए गए आरोप में कहा गया है कि वे वर्षों से सरकार और लोगों को धोखा दे रहे हैं. मुख्य बात यह है कि देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान, जिस वक्त मुंबई जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के लेबर फेडरेशन का चुनाव हुआ उस वक्त प्रवीण दरेकर ने खुद को मजदूर बताया. उन्होंने खुद प्रतीज्ञा मजदूर संस्था से जुड़ा हुआ बताया और अपनी उम्मीदवारी दर्ज करवाई. इस चुनाव में वे निर्वाचित भी हुए. प्रवीण दरेकर पर आरोप है कि निर्वाचित होने के बाद उन्होंने बैंक के कई निवेशकों के साथ ठगी की है. सहकारिता विभाग की जांच रिपोर्ट और टेस्ट ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रवीण दरेकर और गैंग ने मुंबई बैंक में 2014-15 से 2019-20 तक करीब 2,000 करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले को अंजाम दिया है. उन्होंने देवेंद्र फडणवीस से कहा है कि हम बिना कोई 'पेन ड्राइव बम' दिए सीधे आपको यह रिपोर्ट देने को तैयार हैं.
पढ़ें :महाराष्ट्र सरकार राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए साजिश रच रही: फडणवीस
इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधानसभा में विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई बैंक के घोटाले से जुड़ी रिपोर्ट जब आई तो पता चला कि घोटाले में लिप्त सत्ता पक्ष के लोग ही शामिल हैं. जब उनके खिलाफ घोटाले के सबूत नहीं पाए गए तो उनके मजदूर फेडरेशन के अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित होने के तरीके पर सवाल उठाया गया. यह सीधा-सीधा महा विकास आघाडी सरकार द्वारा बीजेपी के बड़े नेताओं को फंसाने की साजिश है. मैंने कल ही इसकी शंका विधानसभा में जताई थी. सच्चाई यह है कि प्रवीण दरेकर मुंबई बैंक में लेबर फेडरेशन से चुन कर नहीं आए हैं बल्कि वे अर्बन बैंक फेडरेशन से चुन कर आए हैं. आपको बता दें कि मुंबई पुलिस कमिश्नर के तौर पर संजय पांडे को विपक्ष के लोगों को झूठे केस में फंसाने के लिए ही लाया गया है.