मुंबई : पुलिस महानिदेशक संजय पांडे ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की जांच करने में विफलता जताई है. इस संबंध में संजय पांडे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा है. परमबीर सिंह पर सचिन वाजे को पुलिस बल में भर्ती करने का आरोप है.
मुंबई के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को एंटीलिया कार ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद परमबीर सिंह ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का आरोप लगाया था. अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई में एफआईआर दर्ज की गई है और फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
मुंबई पुलिस ने गृह विभाग को एक रिपोर्ट भेजी थी जिसमें आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मनसुख हिरेन मामले में गिरफ्तार एक निष्कासित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को नियुक्त किया था. मामले की जांच पुलिस महानिदेशक संजय पांडे कर रहे हैं.
कुछ दिन पहले परमबीर सिंह ने उच्च न्यायालय में अपील की और दायर याचिका में उन्होंने कहा था कि संजय पांडे अनिल देशमुख के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डाल रहे थे. इस स्थिति के बाद पुलिस महानिदेशक ने मामले की आगे जांच करने में असमर्थता दिखाई है.
सोमवार दोपहर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पुलिस महानिदेशक संजय पांडे के बीच बैठक हुई. कहा जा रहा है कि उन्होंने इस मुलाकात के दौरान परमबीर सिंह की जांच में असमर्थता का संकेत देते हुए एक पत्र भी दिया है. यह भी कहा जा रहा है कि बैठक के दौरान राज्य में कानून-व्यवस्था की वर्तमान स्थिति पर भी चर्चा की गई.
क्रिकेट सट्टेबाज ने भी परमबीर सिंह पर आरोप लगाए हैं जिससे परमबीर सिंह की मुश्किलें फिर से बढ़ गई हैं. प्रसिद्ध क्रिकेट सट्टेबाज सोनू जालान के साथ केतन तन्ना ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल और पुलिस महानिदेशक संजय पांडे को शिकायत दर्ज कराई है.
सोनू जालान ने ठाणे के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा 2018 में मकोका के तहत खिलाफ कार्रवाई करने के बाद 3 करोड़ 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है. सोनू जालान ने तत्कालीन ठाणे पुलिस अधिकारी प्रेम प्रदीप शर्मा और कोठामायर को भी दोषी ठहराया है.
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उन्होंने केतन तन्ना पर परमबीर सिंह को धमकाने और उनसे 1.25 करोड़ रुपये की राशि वसूलने का भी आरोप लगाया. क्रिकेट सट्टेबाजों सोनू जालान और केतन तन्ना ने अनुरोध किया है कि राज्य सरकार को उचित जांच करनी चाहिए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.