मुंबई:भारतीय जनता पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस (Bharatiya Janata Party leader Devendra Fadnavis) ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार ने दाऊद से संबंध रखने वाले व्यक्तियों को वक्फ बोर्ड में नियुक्त किया है. हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन की सहयोगी राकांपा ने इस आरोप को खारिज किया और आरोप लगाया गया कि उनके द्वारा उल्लिखित पदाधिकारी को भाजपा के शासन के दौरान बोर्ड में मनोनीत किया गया था.
फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि उन्होंने एक पेन ड्राइव जमा की थी, जिसमें वक्फ बोर्ड के सदस्यों मोहम्मद अरशद खान और मुदस्सिर लांबे के बीच बातचीत है. फडणवीस ने सदन को बताया कि बातचीत के दौरान लांबे ने दावा किया कि उनके ससुर इब्राहिम के सहयोगी थे जबकि खान ने कहा कि उनके एक रिश्तेदार अंडरवर्ल्ड का हिस्सा थे. भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि खान जेल में है जबकि बलात्कार के आरोपों का सामना करने के बावजूद लांबे बाहर है.
वर्तमान में जेल में बंद कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक की बेटी जो वक्फ विभाग संभालती है, ने हालांकि फडणवीस के आरोप को खारिज किया. सना मलिक शेख ने फडणवीस के दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह उनके (2014-19) नेतृत्व वाली राज्य की पूर्ववती सरकार थी जिसने लांबे को बोर्ड में नियुक्त किया था, जिस पर भाजपा नेता ने दाऊद इब्राहिम के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया है.