मुंबई:महाराष्ट्र पुलिस ने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 141 मामले दर्ज किए हैं. इस दर्ज मामले के तहत 168 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ ने बुधवार को कहा कि राज्य भर में उपद्रवियों ने 12 करोड़ रुपये की सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है. पुलिस महानिदेशक ने मीडियाकर्मियों को बताया कि सीआरपीसी की धारा 41 के तहत 146 आरोपी को नोटिस दिया गया हैं. मुख्य रूप से मराठवाड़ा क्षेत्र में कुछ विधायकों की संपत्तियों को निशाना बनाकर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
घर को जलाने की कोशिश करने वालों पर हत्या के प्रयास का आरोप
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि बीड जिले में एक घर को जलाने की कोशिश करने वाले आंदोलनकारियों पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया जाएगा. उन्होंने कहा था कि सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और उपद्रवियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रकाश सोलंके और संदीप क्षीरसागर को आरक्षण प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा, जिन्होंने बीड जिले में उनके घरों को आग लगा दी.
पुलिस ने कहा था कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. बीड जिले के मजलगांव शहर में नगर परिषद भवन की पहली मंजिल में सोमवार को कोटा आंदोलनकारियों के एक समूह द्वारा आग लगा दी गई और उस पर पथराव किया गया. मराठा समुदाय के सदस्यों ने सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की मांग को लेकर नए सिरे से आंदोलन शुरू किया है. आरक्षण की मांग के समर्थन में कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे 25 अक्टूबर से जालना जिले के एक गांव में अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं.