मुंबई :महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हाल ही में हुए भूस्खलन में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गोद लेंगे. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने ट्विट कर कहा कि इरशालवाड़ी भूस्खलन में कई बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है. सीएम एकनाथ शिंदे ने इन बच्चों को गोद लेने और उनके अभिभावक बनने की घोषणा की है. सीएम ने घोषणा की है कि 2 साल से 14 साल की उम्र के इन अनाथ बच्चों की देखभाल श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन की ओर से की जायेगी. सीएम एकनाथ शिंदे के ओएसडी मंगेश चिवटे ने कहा कि शिक्षा और अन्य चीजों पर सारा खर्च सीएम एकनाथ शिंदे के श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन के माध्यम से किया जाएगा. प्रत्येक बच्चे की शिक्षा के लिए एक एफडी (फिक्स्ड डिपॉजिट) की जाएगी.
इस बीच, इरशालवाड़ी भूस्खलन घटना में मरने वालों की संख्या 26 तक पहुंच गई है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने शनिवार को रायगढ़ के भूस्खलन प्रभावित इरशालवाड़ी में अपना खोज और बचाव अभियान जारी रखा. एनडीआरएफ की एक और टीम आज सुबह घटनास्थल पर पहुंची. आज बाद में और टीमों के खोज अभियान में शामिल होने की उम्मीद है. मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर रायगढ़ जिले की खालापुर तहसील में पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार रात करीब 11 बजे भूस्खलन हुआ था.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को त्रासदी स्थल का दौरा किया और राहत और बचाव प्रयासों का जायजा लिया. अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की. घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री शिंदे से बात की. शाह ने कहा कि बचाव अभियान को संभालने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की चार टीमों को तैनात किया गया है.